अतिथि शिक्षकों ने वेतन बढ़ाने के लिए उपराज्यपाल को लिखा पत्र

संगठन के अध्यक्ष अरूण ने बताया कि अनुबंधित कर्मचारियों के वेतन बढ़ोतरी को लेकर दिल्ली सरकार के वित्त विभाग के विशेष सचिव ने साल 2017 में सभी विभागों के प्रमुखों को पत्र लिख कर कहा था कि अनुबंध पर कार्यरत कर्मचारियों का वेतन साल में एक बार संशोधित किया जाए।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 04:12 PM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 04:12 PM (IST)
अतिथि शिक्षकों ने वेतन बढ़ाने के लिए उपराज्यपाल को लिखा पत्र
बीते चार सालों से अतिथि शिक्षकों का वेतन नहीं बढ़ाया गया है।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। राजधानी के सरकारी स्कूलों में कार्यरत अतिथि शिक्षकों के एक संगठन ने वेतन बढ़ाने की मांग को लेकर उपराज्यपाल अनिल बैजल को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने बताया कि बीते चार सालों से अतिथि शिक्षकों का वेतन नहीं बढ़ाया गया है।

2017 से नहीं बढ़ा वेतन

संगठन के अध्यक्ष अरूण डेढ़ा ने बताया कि अनुबंधित कर्मचारियों के वेतन बढ़ोतरी को लेकर दिल्ली सरकार के वित्त विभाग के विशेष सचिव आलोक स्वरूप ने साल 2017 में सभी विभागों के प्रमुखों को पत्र लिख कर कहा था कि अनुबंध पर कार्यरत कर्मचारियों का वेतन साल में एक बार संशोधित किया जाए। लेकिन 2017 के बाद से उनके वेतन में बिल्कुल भी बढ़ोतरी नहीं की गई। उन्होंने उपराज्यपाल से पत्र में मांग करी कि अतिथि शिक्षकों का वेतन बढ़ाया जाए।

सीएम को भी लिखा जा चुका है पत्र

उल्लेखनीय है कि राजकीय विद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष सीपी सिंह ने बीते दिनों मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक पत्र लिखा था। इसमें उन्होंने साल 2017 में वित्त विभाग द्वारा जारी किए गए एक पत्र का हवाला देते हुए अतिथि शिक्षकों के वेतन को पुनरीक्षण करने का आग्रह किया था। सीपी सिंह के इस पत्र पर मुख्यमंत्री कार्यालय में कार्यरत संयुक्त निदेशक प्रशांत कुमार ने शिक्षा निदेशक को पत्र लिखकर मामले में उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया था।

कम वेतन मिलने पर की एरियर की मांग

अतिथि शिक्षकों के वेतन के संबंध में वित्त विभाग के आदेश को पूरी तरह लागू किया जाए और उस आदेश के अनुसार 2016 से अब तक जितना वेतन कम दिया गया है उसका एरियर दिया जाए। साथ ही अतिथि शिक्षकों को एक तय मासिक वेतन दिया जाए।

chat bot
आपका साथी