पंजाब की सियासत का दिल्ली पर असर, अतिथि शिक्षकों ने CM से की स्थाई करने का वादा पूरा करने की मांग
Delhi Guest Teachers एसोसिएशन के महासचिव शोएब राणा ने कहा कि पांच दिसंबर को सभी अतिथि शिक्षक मुख्यमंत्री के द्वार जाएंगे और अतिथि शिक्षकों को स्थाई करने की पालिसी और कई मांगो को लेकर अपनी बात रखेंगे ।
नई दिल्ली [रीतिका मिश्रा]। राजधानी के सरकारी स्कूलों में कार्यरत अतिथि शिक्षकों ने स्थाई किए जाने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखा। आल इंडिया गेस्ट टीचर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अरूण डेढा ने बताया कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले 22000 से ज्यादा अतिथि शिक्षक बीते सात साल से स्थाई होने का इंतजार कर रहे है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सात साल पहले सभी अतिथि शिक्षकों को स्थाई करने का वादा किया था। उन्होंने कहा कि बीते दिनों पंजाब में अस्थाई शिक्षको को स्थाई करने को लेकर अरविंद केजरीवाल के वक्तव्य के बाद से दिल्ली के अतिथि शिक्षकों में एक बार फिर से आस जगी है। वहीं, एसोसिएशन के महासचिव शोएब राणा ने कहा कि पांच दिसंबर को सभी अतिथि शिक्षक मुख्यमंत्री के द्वार जाएंगे और अतिथि शिक्षकों को स्थाई करने की पालिसी और कई मांगो को लेकर अपनी बात रखेंगे।
इधर जलंधर कैंट के विधायक परगट सिंह ने इस मामले को लेकर अरविंद केजरीवाल को निशाने पर लिया है। उन्होंने अपने ट्विटर पर केजरीवाल को टैग करते हुए लिखा कि आप पंजाब के शिक्षकों को पक्का करने की गारंटी दे रहे हैं । पहले आप दिल्ली के इन 22,000 'अतिथि शिक्षकों' को तो पक्का कर दीजिए जिनको पक्का करने की गारंटी आपने 7 साल पहले दी थी। आपने पिछले 7 साल में दिल्ली में एक भी पक्का शिक्षक भर्ती नहीं किया है। उन्होंने हैश टैग करते हुए इसे फेक गारंटी कहा है। बता दें कि पंजाब में चुनाव होने वाले हैं। दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी वहां भी अपना हाथ आजमाने के लिए उतर रही है। इससे वहां की सरकार के मुखिया चरणजीत सिंह चन्नी लगातार केजरीवाल को निशाने पर लिए रहते हैं। इसके अलावा भी कई पार्टी के नेता आम आदमी पार्टी पर तंज कसते रहते हैं।