ट्रेडिंग कंपनी के ग्राहक की सूचना निकालकर ठगी करने वाले चार आरोपित चढ़े पुलिस के हत्थे, दो निकले कंपनी के ही कर्मचारी
ट्रेडिंग कंपनी से महिला ग्राहक की सूचना निकाल कर उनके दस लाख रुपये के शेयर दूसरे को बेच दिया। महिला की शिकायत पर मध्य जिला पुलिस ने मामले में चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इनमें दो आरोपित कंपनी के ही कर्मचारी हैं।
नई दिल्ली [धनंजय मिश्रा] । ट्रेडिंग कंपनी से महिला ग्राहक की सूचना निकाल कर उनके दस लाख रुपये के शेयर दूसरे को बेच दिया। महिला की शिकायत पर मध्य जिला पुलिस ने मामले में चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इनमें दो आरोपित कंपनी के ही कर्मचारी हैं। फिलहाल पुलिस इनके पूछताछ अन्य मामले में भी इनकी संलिप्तता के बारे में पता कर रही है।
जिला पुलिस उपायुक्त श्वेता चौहान के मुताबिक, गाजियाबाद के राजनगर निवासी सोनाली गुटगुटिया शिकायत देकर बताया कि उन्होंने अंसारी रोड स्थित बोनान्जा पोर्टफोलियो लिमिटेड कंपनी के साथ एक शेयर ट्रेडिंग खाता खाला था। उसमें उन्होंने 10 लाख के शेयर थे। वर्ष 2017 में उन्होंने केवाइसी जमा किया। इसमें उन्होंने अपनी ईमेल आइडी और मोबाइल नंबर का सत्यापन कराया। इस साल 30 मार्च को उन्होंने अपने खाते की जानकारी निकाली ताे पता चला कि उनके 10 लाख रुपये के शेयर गायब हैं।
उन्होंने इसकी शिकायत कंपनी से किया। कंपनी की जांच में पता चला कि उनकी ईमेल आइडी व मोबाइल नंबर की जानकारी बदलकर फर्जीवाड़ा किया गया है। यह भी पता चला कि 19 मार्च 2021 को उसके खाते में एक नया मोबाइल नंबर और एक नई ई मेल आइडी अपडेट करवाई गई थी। इसके बाद उनके शेयर अजय कुमार के खाते में भेज गए। मामले की जांच के लिए इंस्पेक्टर जगदीश कुमार, शैलेंद्र शर्मा के नेतृत्व में एसआइ कमलेश कुमार, एएसआइ एसपी कौशिक, हवलदार तेजवीर सिंह समेत अन्य पुलिस कर्मियों की टीम का गठन किया गया।
पुलिस टीम ने महिला का बैंक खातों की जांच और टेक्निकल सर्विलांस के जरिये शुक्रवार को अजय कुमार, सुखदेव, भारत भूषण और परविंदर को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि कि भारत भूषण और सुखदेव उक्त ट्रेडिंग कंपनी में काम करते हैं। वहीं से उन्होंने महिला के डीमैट खाते की जानकारी निकाली उसके बाद अजय व परविंदर की मदद से फर्जी हस्ताक्षर कर ईमेल आईडी और मोबाइल नंबर बदलवाया। इसके बाद आरोपितों ने महिल के शेयर अवैध तरीके से अजस के खोते में भेज दिया। फिलहाल पुलिस यह पता लगा रही है कि उक्त कंपनी के कर्मचारियों ने और कितने लोगों को निशाना बनाया है।