आजादपुर में युवक की हत्या की गुत्थी सुलझी, दो नाबालिग समेत पांच बदमाशों को दबोचा
गिरफ्तार बदमाश अक्सर तड़के वारदात को अंजाम देते थे। इस दौरान अकेेले जाने लोगों को गला दबा देते थे। जिससे लोग कुछ देर के लिए अचेत हो जाते थे फिर उनसे नकदी मोबाइल व अन्य सामान लूट लिया करते थे।
नई दिल्ली [संजय सलिल]। आजादपुर इलाके में बृहस्पतिवर की तड़के लूट का विरोध करने पर युवक की हत्या की गुत्थी सुलझा ली गई है। आदर्श नगर थाना पुलिस ने वारदात में शामिल दो नाबालिग समेत पांच बदमाशों को दबोच लिया है। इनके कब्जे से वारदात में प्रयुक्त सुआ, खून लगे कपड़े व 43 सौ रुपये भी बरामद किए गए हैं। सभी बदमाश नशे के आदी हैं और लत की पूर्ति के लिए लूटपाट को अंजाम देते थे। जांच के क्रम में पुलिस को सीसीटीवी फुटेज से इनका सुराग मिला।
जानकारी के अनुसार 35 वर्षीय जितेंद्र यादव मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिले के हसनपुर चीनी मिल इलाके के रहने वाले थे और आदर्श नगर के मूलचंद कालोनी में किराये पर रहते थे। वह आजादपुर मंडी में मिर्ची बेचने का काम करते थे।
वह बृहस्पतिवार की तड़के करीब चार बजे पैदल ही मंडी जा रहे थे, तभी आदर्श नगर मेट्रो स्टेशन के निकट पांच की संख्या में बदमाशों ने उन्हें रोक लिया और उनसे लूटपाट शुरू कर दी। जिसका जितेंद्र ने विरोध करना शुरू कर दिया। ऐसे में एक बदमाश ने उनके गले में सुघा घोंप दिया। इसके बाद उनसे रुपये व मोबाइल लूटकर भाग गए। गंभीर रुप से घायल को बाबू जगजीवन राम अस्पताल पहुंचाया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
उत्तर पश्चिम जिले की डीसीपी उषा रंगनानी ने बताया कि घटना के बाबत शुरू में पुलिस को सड़क हादसे की सूचना मिली थी। लेकिन पोस्टमार्टम के दौरान हत्या का कारण पता चला। ऐसे में हत्या सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर एसीपी संजय कुमार की देखरेख में एसआइ रणबीर, हवलदार जयभगवान आदि की टीम ने मामले की जांच शुरू की।
इस क्रम में मौके के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया तो बदमाशाें का सुराग मिला। जिसके आधार पर पुलिस ने शनिवार को 22 वर्षीय अजय उर्फ भुट्टन, 21 वर्षीय असलम अली व मुकेश को इलाके से ही गिरफ्तार कर लिया गया। इनमें अजय लूटपाट, चोरी, झपटमारी के नौ व मुकेश तीन मामले में पूर्व में शामिल रहा है।
गला दबाकर अचेत कर लेते थे लूट
गिरफ्तार बदमाश अक्सर तड़के वारदात को अंजाम देते थे। इस दौरान अकेेले जाने लोगों को गला दबा देते थे। जिससे लोग कुछ देर के लिए अचेत हो जाते थे फिर उनसे नकदी, मोबाइल व अन्य सामान लूट लिया करते थे। बदमाश अपने पास सुआ भी रखते थे ताकि कोई विरोध करे तो उस पर वार भी कर सके।