'पहला सत्याग्रही' से होगा दिल्ली में ओपन थियेटर का आगाज, 100 लोग देख सकेंगे नाटक

First Satyagrahi drama सुरेश शर्मा ने बताया कि 2 से 4 अक्टूबर तक पहला सत्याग्रही नाटक का मंचन होगा। हमारी कोशिश है कि अधिकाधिक संख्या में दर्शक नाटक को देखे एवं गांधी जी की जिंदगी से प्रेरित हो।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Sun, 27 Sep 2020 11:49 AM (IST) Updated:Sun, 27 Sep 2020 11:49 AM (IST)
'पहला सत्याग्रही' से होगा दिल्ली में ओपन थियेटर का आगाज, 100 लोग देख सकेंगे नाटक
गांधी जयंती पर सत्याग्रही नाटक का मंचन होगा

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। कोरोना काल में पहली बार दिल्ली में ओपन थियेटर होगा। राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) गांधी जयंती पर पहला सत्याग्रही नाटक का मंचन करेगा। एनएसडी परिसर स्थित ओपन थियेटर में मंचित होने वाले नाटक को देखने की इजाजत महज 100 लोगों को मिलेगी। कोरोना संक्रमण से बचाव के मद्देनजर स्टेज अपेक्षाकृत बड़ा होगा। ऐसा कलाकारों की सुरक्षा के लिहाज से किया जाएगा।

एनएसडी के कार्यकारी निदेशक प्रो सुरेश शर्मा ने बताया कि प्रवेश द्वार पर सैनिटाइजर की व्यवस्था होगी। नाटक से पहले मंच को सैनिटाइज किया जाएगा। दर्शकों को शारीरिक दूरी संबंधी नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा। मंचन के दौरान कलाकार एक दूसरे के काफी नजदीक आते हैं। शारीरिक दूरी बनी रहे इसके लिए हमने स्टेज को अपेक्षाकृत बड़ा करने की योजना बनाई है। नाटक में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के दक्षिण अफ्रीका के आंदोलन से लेकर चंपारण, नमक सत्याग्रह, असहयोग आंदोलन, दांडी मार्च और भारत छोड़ो आंदोलन की कहानियां होंगी। गांधी से महात्मा बनने की कहानी दर्शकों के दिल को छू लेगी।

नाटक में गांधी जी के प्रिय भजन वैष्णव जन तो तेने कहिए के साथ ही चरखा गीत, एकला चलो सरीखे गीत नाटकीय गतिशीलता को बरकरार रखेंगे। सुरेश शर्मा ने बताया कि 2 से 4 अक्टूबर तक पहला सत्याग्रही नाटक का मंचन होगा। हमारी कोशिश है कि अधिकाधिक संख्या में दर्शक नाटक को देखे एवं गांधी जी की जिंदगी से प्रेरित हो।

जरूरतमंद छात्राओं की मदद को आगे आए शिक्षक

कोरोना काल में आर्थिक संकटों व बढ़ते बेरोजगारी से छात्राओं के परिजनों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। ऐसे में छात्राओं की पढ़ाई बाधित ना हो इसके लिए डीयू के मिरांडा हाउस कॉलेज ने अनूठी पहल की है। कॉलेज के शिक्षकों, सेवानिवृत शिक्षकों ने अपने वेतन एवं पेंशन से धनराशि एकत्रित की है ताकि वो जरूरतमंद छात्राओं की आर्थिक रूप से मदद कर सकें। इसके लिए बकायदा एक कोष बनाया गया है। इस फंड से तीन लाख से कम आमदनी वाले परिवारों की छात्राओं की आर्थिक मदद की जाएगी। कॉलेज प्रशासन ने जरूरतमंद छात्राओं से आवेदन मांगा है। कॉलेज प्रशासन ने कहना है कि यदि ज्यादा छात्राओं ने आर्थिक मदद के लिए आवेदन किया तो कॉलेज एल्युमिनाई से भी सहयोग मांगा जाएगा।

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