Fire in Delhi: गुलाबी बाग इलाके में स्थित लिपिस्टिक बनाने की फैक्टरी में लगी आग, एक मजदूर की मौत
Fire in Delhi जागरण संवाददाता से मिली जानकारी के मुताबिक प्रताप नगर मेट्रो स्टेशन के पास लिपिस्टिक बनाने की फैक्टरी में अचानक आग लग गई। सूचना पर पहुंची दमकल की 18 गाड़ियां आग बुझाने में जुटी हुई हैं। आग लगने की वजह का पता नहीं चल पाया है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली के गुलाबी बाग इलाके में स्थित फैक्टरी में आग लगने से हड़कंप मच गया। दमकल की डेढ़ दर्जन से अधिक गाड़ियां मौके पर पहुंचकर आग बुझाने में जुट गई हैं। जागरण संवाददाता से मिली जानकारी के मुताबिक, प्रताप नगर मेट्रो स्टेशन के पास लिपिस्टिक बनाने की फैक्टरी में अचानक आग लग गई। सूचना पर पहुंची दमकल की 18 गाड़ियां आग बुझाने में जुटी हुई हैं। आग लगने की वजह का पता नहीं चल पाया है। इस बीच एक मजदूर की मौत की बात सामने आई है।
शुरुआत जानकारी मिली है कि आग के इस हादसे के दौरान लिपिस्टिक बनाने की इस फैक्टरी में 30 से अधिक की संख्या में मजदूर-कामगारी मौजूद थे। आग लगने का हादसा हुआ तो ये सोए हुए थे। हादसे के बाद अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
यह भी पता चला है कि गुलाबी बाग की जिस फैक्टरी में आग लगने की घटना हुई है, वहां प्लास्टिक के बैग बनाने के साथ-साथ बच्चों के खिलौने और कॉस्मेटिक्स का सामान बनाया जाता है। इसके साथ ही कुछ अन्य काम भी होते हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले दिसंबर, 2019 में दिल्ली में रानी झांसी रोड पर एक चार मंजिला फैक्टरी में आग भीषण आग के चलते 40 से अधिक श्रमिकों की मौत हो गई थी। पिछले एक दशक के दौरान यह सबसे बड़ा आग का हादसा है, जिसने इतनी संख्या में लोगों की जान गई है।
इससे पहले दिल्ली के उपहार सिनेमा में 13 जून, 1997 को भीषण आग लगी थी। आग के इस हादसे में 59 लोगों की जान चली गई थी। इसके अलावा, दिल्ली के नंदनगरी इलाके में 20 नवंबर 2011 को एक कार्यक्रम के दौरान आग लगने से 14 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, इस हादसे के 7 साल बाद जनवरी 2018 में बवाना की एक अवैध पटाखा फैक्ट्री में आग लग गई थी, इससे 17 लोगों की मौत हो गई थी। 11-12 फरवरी, 2016 की रात में करोलबाग के होटल अर्पित में आग लग गई जिससे 17 लोगों की मौत हो गई।