देशप्रेम का भाव केवल दो दिन नहीं, यह हमेशा दिल में होना चाहिए

दमयंती विजय तांबे ने कहा कि सीमा जागरण मंच कार्यक्रमों के माध्यम से सीमा पर तैनात सुरक्षा बल व सीमा पर रहने वाले लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का कार्य कर रहा है।इस कार्य में दिल्ली व देश के सभी लोगों को संवेदनशील बनकर अपनी भूमिका भी सुनिश्चित करनी चाहिए।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Sun, 05 Dec 2021 07:11 PM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 07:11 PM (IST)
देशप्रेम का भाव केवल दो दिन नहीं, यह हमेशा दिल में होना चाहिए
भारत पाकिस्तान युद्ध के 50 वर्ष पूरे होने पर विजय दिवस स्वर्णिम समारोह का आयोजन

नई दिल्ली [रितु राणा]। भारत पाकिस्तान युद्ध के 50 वर्ष पूरे होने पर आनंद विहार स्थित विवेकानंद स्कूल में सीमा जागरण मंच पूर्वी विभाग ने स्कूल प्रशासन के साथ मिलकर विजय दिवस स्वर्णिम समारोह का आयोजन किया। इसमें स्कूल के छात्र व छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक व देशभक्ति कार्यक्रम की प्रस्तुति दी। सभी प्रतिभागी छात्र व छात्राओं को पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया गया। बता दें, वर्ष 1985 से सीमा जागरण मंच देश की सीमाओं व सीमांत जनों को सशक्त, स्वावलंबी और थल सीमा या सागरीय सीमा पर देशभक्ति का भाव जगाने का कार्य कर रहा है।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि छठी राष्ट्रीय बैडमिंटन प्रतियोगिता की विजेता व अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित व वार विडोज एसोसिएशन की अध्यक्ष दमयंती विजय तांबे ने बताया कि उनके पति फ्लाइट लेफ्टिनेंट विजय तांबे 1971 युद्ध के समय लापता हुए 54 सैनिकों में से एक हैं, जिन्हें माना जाता है कि वह पाकिस्तान द्वारा बंधी बना लिए गए थे। उन्होंने कहा कि भारत के पड़ोसी देशों की विस्तारवादी नीतियों ने सीमाओं के प्रश्न को और जटिल बना दिया है, इसलिए अब समय आ गया है कि हम अपने सैनिकों के साथ खड़े रहें। उन्होंने कहा कि सीमा जागरण मंच विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से सीमा पर तैनात सुरक्षा बल व सीमा पर रहने वाले लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का कार्य कर रहा है। इस कार्य में दिल्ली व देश के सभी लोगों को संवेदनशील बनकर अपनी भूमिका भी सुनिश्चित करनी चाहिए। हमें इस कार्यक्रम के माध्यम से पूरे देश को यह संदेश देना है कि हर देशवासी देश के सैनिकों और सीमा पर रहने वाले लोगों के साथ है।

कार्यक्रम में पूर्व सैनिक सेवा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सेवानिवृत लेफ्टिनेंट जरनल विष्णुकांत चतुर्वेदी ने कहा कि सीमा सुरक्षा के प्रति संवेदनशील, जागृत, संगठित और देशभक्ति से प्रेरित हुए बिना पड़ोसी राज्यों से लगी सीमाओं की सुरक्षा का कार्य अधूरा है। साथ ही परमवीर चक्र के सम्मानित कारगिल शहीद कैप्टन विजयंत थापर के पिता कर्नल वीएन थापर ने कहा कि देशप्रेम केवल दो दिन के लिए न हो यह हमेशा आपके दिल में होना चाहिए। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। इस मौके पर मुख्य रूप से विवेकानंद स्कूल और संगठन के कार्यकर्ता डा. बीएस जौहरी, अधिवक्ता वरुण गर्ग, स्कूल के चेयरमैन प्रद्युमन आहूजा, दीप नारायण पांडेय, विजय चौधरी, आलोक अग्रवाल सहित प्रांत व विभाग के कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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