Kisan Andolan: दक्षिण भारत से आने वाले किसानों को जंतर-मंतर आने की नहीं मिली अनुमति, भेजे गए सिंघु बॉर्डर

Kisan Andolan कृषि सुधार कानूनों के विरोध में जंतर-मंतर पर चल रहे किसान संसद में शामिल होने के लिए दक्षिण भारत के किसानों को दिल्ली पुलिस ने यहां आने की अनुमति नहीं दी है। दिल्ली पहुंचे किसानों को सिंघु बॉर्डर भेजा जा रहा है।

By Jp YadavEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 10:46 AM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 10:46 AM (IST)
Kisan Andolan: दक्षिण भारत से आने वाले किसानों को जंतर-मंतर आने की नहीं मिली अनुमति, भेजे गए सिंघु बॉर्डर
Kisan Andolan: दक्षिण भारत से आने वाले किसानों को जंतर-मंतर आने की नहीं मिली अनुमति, भेजे गए सिंघु बॉर्डर

नई दिल्ली/सोनीपत/गाजियाबाद, जागरण डिजिटल डेस्क। तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को लेकर दिल्ली-एनसीआर के चारों बॉर्डर (टीकरी, सिंघु, शाहजहांपुर और गाजीपुर) पर किसानों का धरना प्रदर्शन जारी है। उधर, कृषि सुधार कानूनों के विरोध में जंतर-मंतर पर चल रहे किसान संसद में शामिल होने के लिए दक्षिण भारत के किसानों को दिल्ली पुलिस ने यहां आने की अनुमति नहीं दी है।

दिल्ली पुलिस ने किया इनकार

बताया जा रहा है कि तमिलनाडु व आंध्र प्रदेश समेत कई राज्यों के किसान संगठनों ने जंतर-मंतर पर आने के लिए पुलिस से अनुमित मांगी थी। स्पेशल ब्रांच को सूचना मिली है कि पांच अगस्त को 1000 की संख्या में किसान नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंच सकते हैं। वहां से उनकी योजना जंतर-मंतर पर आने की है। इस बाबत पुलिस ने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए हैं।

दिल्ली पुलिस के मुताबिक, किसी भी हाल में दक्षिण भारत के राज्यों के किसानों को दिल्ली में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। इसके साथ ही नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से एक भी किसान को जंतर-मंतर आने नहीं दिया जाएगा। उन्हें स्टेशन पर ही सुरक्षा घेरे में लेकर सिंघु बॉर्डर पहुंचा दिया जाएगा।

गौरतलब है कि मंगलवार को भी 100 की संख्या में आंध्र प्रदेश से किसानों का जत्था नई दिल्ली रेलवे स्टेशन आया है। वहां से मध्य जिला पुलिस ने सभी को बसों में बैठाकर सिंघु बॉर्डर पहुंचा दिया। किसानों के नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर आने की संभावना के मद्देनजर पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

गौरतलब है कि तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा ने केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। यूपी बॉर्डर पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन जारी है। किसानों के प्रदर्शन को 8 महीने बीत चुके हैं, लेकिन बातचीत को लेकर गतिरोध बरकरार है।

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