चुनाव बाद दिल्ली में ऑटो किराया बढ़ना तय, Kejriwal सरकार पहले ही ले चुकी है फैसला

जून महीने में दिल्ली में ऑटो रिक्शा किराया डेढ़ रुपये प्रति किलोमीटर के हिसाब से बढ़ना तय है जिससे देश की राजधानी में आपका सफर महंगा होने वाला है।

By JP YadavEdited By: Publish:Sun, 19 May 2019 11:55 AM (IST) Updated:Mon, 20 May 2019 07:42 AM (IST)
चुनाव बाद दिल्ली में ऑटो किराया बढ़ना तय, Kejriwal सरकार पहले ही ले चुकी है फैसला
चुनाव बाद दिल्ली में ऑटो किराया बढ़ना तय, Kejriwal सरकार पहले ही ले चुकी है फैसला

नई दिल्ली, जेएनएन। Lok Sabha Election 2019: 23 मई को लोकसभा चुनाव-2019 के नतीजे आने के महज 10 दिन के भीतर यानी जून महीने के पहले सप्ताह में दिल्ली वालों को जोर झटका धीरे से लगना तय है। दरअसल, दिल्ली में ऑटो रिक्शा किराया डेढ़ रुपये प्रति किलोमीटर के हिसाब से बढ़ने जा रहा है, जिससे देश की राजधानी दिल्ली में आपका सफर महंगा होने वाला है। कुछ महीने पहले ही दिल्ली सरकार ने पहले दो किलोमीटर के लिए मौजूदा 25 रुपये के प्रारंभिक किराये (बेस फेयर) को भी 1.5 किलोमीटर के लिए 25 रुपये करने को मंजूरी दी थी, लेकिन चुनाव आचार संहिता लागू होने के चलते किराए का अमल में नहीं लाया जा सका। अब चुनाव आचार संहिता खत्म होने के बाद किराया लागू हो जाएगा। बता दें कि दिल्ली सरकार ने शहर में चलने वाले करीब 90,000 ऑटो के लिए मौजूदा आठ रुपये प्रति किलोमीटर की दर में डेढ़ रुपये के इजाफे के कमेटी की सिफारिशों को मंजूरी दी थी।

दिल्ली परिवहन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने आचार संहिता खत्म होने के बाद ऑटो किराये के संशोधन के लिए अधिसूचना जारी करने का निर्देश दिया है।

ऐसे में यह तय हो गया है कि दिल्ली सरकार द्वारा मार्च में मंजूर ऑटोरिक्शा के संशोधित किराये को लोकसभा चुनाव आचार संहिता खत्म होने के तुरंत बाद अधिसूचित कर लागू किया जाएगा। 

दिल्ली में किराया बढ़ने पर जून महीने से ऑटो व टैक्सी की सवारी महंगी पड़ेगी। राजधानी में तीन साल बाद ऑटो-टैक्सी के किराये में बढ़ोतरी की गई है, लेकिन इससे महंगाई के बोझ से दबे शहर के लोगों पर दोहरी मार पड़ेगी। किराए में इजाफे के बाद भी दिल्ली सरकार का कहना है कि देश के अन्य महानगर मुंबई, बेंगलूर, अहमदाबाद, हैदराबाद व कोलकाता में ऑटो-टैक्सी के किराये से दिल्ली में कम किराया रहेगा।

ऑटो-टैक्सी यूनियन से ऑटो का किराया 10 रुपये प्रति किलोमीटर तथा टैक्सी का किराया 15 रुपये प्रति किलोमीटर करने का प्रस्ताव दिल्ली सरकार के समक्ष भेजा था। इसमें कुछ संशोधन के साथ लागू किया जाएगा।

मालूम हो कि दिल्ली में पिछली बार ऑटो-टैक्सी किराया 23 जून, 2010 को बढ़ाया गया था। उस समय सीएनजी की कीमत बढ़कर 21 रुपये प्रति किलो होने से ऑटो चालक किराया बढ़ाने की मांग कर रहे थे तो सरकार ने नया किराया निर्धारित कर दिया था। अभी सीएनजी 38.35 रुपये प्रति किलो के दर से मिल रही है।

ऑटो रिक्शा के लिए नई दर (रुपये में)
मौजूदा - नई दर
पहले दो किमी के लिए - 19 - 25
इसके बाद प्रति किमी - 6.50- 8
प्रतीक्षा शुल्क प्रति घंटा- 30 - 30

काली-पीली टैक्सी के लिए नई दर (रुपये में)
मौजूदा - नई दर
पहले एक किमी के लिए -20 - 25
फिर प्रति किमी (नॉन एसी) 11 - 14
फिर प्रति किमी (एसी) -13 - 16
प्रतीक्षा शुल्क प्रति घंटा- 30 - 30

मीटर से अधिक किराया वसूलने वालों के खिलाफ चलेगा अभियान
किराये में इजाफे के बाद ऑटो-टैक्सी चालक मीटर से चलने में आनाकानी करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। ऑटो-टैक्सी यूनियन ने किराये में बढ़ोतरी के लिए सरकार का धन्यवाद किया। साथ ही ऑटो-टैक्सी चालकों से अपील की कि मीटर से अधिक किराया किसी भी सूरत में न वसूलें। ऐसा करते पकड़े जाने पर परिवहन विभाग से उनका ड्राइविंग लाइसेंस तथा बैज सालभर के लिए निरस्त करने की सिफारिश करेंगे। रेलवे स्टेशन व बस अड्डे पर ऑटो-टैक्सी वालों की मनमानी करते हैं। ऑल दिल्ली ऑटो टैक्सी कांग्रेस यूनियन ने इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए यातायात पुलिस से भी अपील की है।

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