दिल्ली की सड़कों पर आप से भी टकरा सकते हैं नकली CBI अधिकारी, हो जाएं सावधान, पढ़ लें खबर

दिल्ली कैंट थाना पुलिस ने ठगी के आरोप में दो ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया है जिनमें से एक खुद को सीबीआइ अधिकारी बताता था और सामान की तलाशी लेने के नाम पर नकदी व कीमती सामान पर हाथ साफ कर देता था।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 02:48 PM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 02:48 PM (IST)
दिल्ली की सड़कों पर आप से भी टकरा सकते हैं नकली CBI अधिकारी, हो जाएं सावधान, पढ़ लें खबर
आरोपित कई लोगों को ठगी का शिकार बना चुके हैं।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली कैंट थाना पुलिस ने ठगी के आरोप में दो ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से एक खुद को सीबीआइ अधिकारी बताता था और सामान की तलाशी लेने के नाम पर नकदी व कीमती सामान पर हाथ साफ कर देता था। आरोपित कई लोगों को ठगी का शिकार बना चुके हैं। उनके निशाने पर खासकर ऐसे लोग होते थे जो धौलाकुआं से पुरानी दिल्ली खरीदारी के लिए आते थे। खासकर राजस्थान से आने वाले यात्रियों को वे शिकार बनाते थे। आरोपितों में रितेश व संजीव शामिल हैं। संजीव खुद को सीबीआइ अधिकारी बताता था।

21 जून को राजस्थान के भरतपुर निवासी जफारुद्दीन नामक ने दिल्ली कैंट थाना में दर्ज कराई। पीडि़त के साथ ठगी की वारदात 19 जून को हुई थी। पीडि़त राजस्थान से दिल्ली कपड़े की खरीदारी के लिए आए थे। वह जामा मस्जिद जाने के लिए धौलाकुआं से एक आटो पर बैठे। आटो में एक आदमी पहले से ही सवार था। कुछ दूर चलने के बाद आटो पर सवार उस शख्स ने कहा कि वह सीबीआइ अधिकारी है। उसने आटो चालक को ड्राइविंग लाइसेंस दिखाने को कहा। उसने और भी कागजात देखे और सामान की तलाशी लेने लगा। इस दौरान ही उसने 50 हजार रुपये व कुछ कागजात चुरा लिए।

पुलिस ने छानबीन के दौरान आटो के रजिस्ट्रेशन नंबर का पता कर लिया। इस नंबर के आधार पर पुलिस पश्चिम विहार में एक व्यक्ति के पास पहुंची जिसके नाम आटो था, लेकिन पता चला कि आटो बेचा जा चुका है। आटो रितेश कुमार को बेचा गया था। यहां से मिले जानकारी के आधार पर पुलिस ने रितेश को हस्तसाल इलाके से गिरफ्तार कर लिया।

पूछताछ में रितेश ने पुलिस को बताया कि उस दिन आटो में संजीव उसके साथ था। संजीव खुद को सीबीआइ आफिसर बताता था। पुलिस ने संजीव को भी दबोच लिया। छानबीन में पता चला कि संजीव इससे पहले भी इसी तरह से कई लोगों के साथ ठगी कर चुका है। उस पर सात मामले दर्ज हैं। रितेश पर भी इसी तरह के दो मामले दर्ज हैं।

chat bot
आपका साथी