IPS Rakesh Asthana : जानिये- राकेश अस्थाना की नियुक्ति का राहुल गांधी से अनजाना कनेक्शन

IPS Rakesh Asthana News Update सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी का ट्रैक्टर लेकर संसद तक पहुंचना केंद्रीय गृह मंत्रालय को नागवार गुजरा है। खुफिया विभाग से ऐसी भी सूचनाएं गृह मंत्रालय को मिली हैं कि कृषि कानून विरोधी प्रदर्शनकारी दिल्ली में आंदोलन को तेज करने की रणनीति बना रहे हैं।

By Jp YadavEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 07:56 AM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 10:55 AM (IST)
IPS Rakesh Asthana : जानिये- राकेश अस्थाना की नियुक्ति का राहुल गांधी से अनजाना कनेक्शन
IPS Rakesh Asthana : पढ़िये- राकेश अस्थाना के चयन में राहुल गांधी का अनजाना कनेक्शन

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। राजधानी दिल्ली में इस समय कृषि कानून विरोधी प्रदर्शन से लेकर आतंकी हमले तक की तमाम चुनौतियां हैं। इनसे निपटने में वरिष्ठ आइपीएस राकेश अस्थाना का अनुभव काम आएगा। दरअसल, राकेश अस्थाना को न सिर्फ बड़े मामलों से निपटने का माहिर माना जाता है, बल्कि उनके काम करने का तरीका भी बेहद अलग है।

गृह मंत्रालय को नागवार गुजरा राहुल गांधी का ट्रैक्टर लेकर संसद पहुंचना

राजधानी होने के नाते दिल्ली में चुनौतियां बढ़ जाती हैं। ऐसे में राकेश अस्थाना का अनुभव दिल्ली को महफूज रखने के काम आएगा। सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी का ट्रैक्टर लेकर संसद तक पहुंचना केंद्रीय गृह मंत्रालय को नागवार गुजरा है। इस बीच खुफिया विभाग से ऐसी भी सूचनाएं गृह मंत्रालय को मिली हैं कि कृषि कानून विरोधी प्रदर्शनकारी दिल्ली में आंदोलन को और तेज करने की रणनीति बना रहे हैं। 

आगरा से राकेश अस्थाना का है गहरा नाता

राकेश अस्थाना का जन्म 1961 में झारखंड (तत्कालीन बिहार) के रांची में हुआ था। मूलरूप से आगरा के निवासी अस्थाना के पिता रांची के नेतरहाट स्कूल में फिजिक्स के टीचर थे। उनकी प्रारंभिक शिक्षा नेतरहाट स्कूल और फिर रांची के सेंट जेवियर्स से हुई। स्कूली पढ़ाई के बाद वह आगरा में आ गए थे। उन्होंने ग्रेजुएशन आगरा के सेंट जोंस कालेज से किया। 1978 में बीए में दाखिला लेकर फर्स्ट डिविजन के साथ डिग्री हासिल की। इसके बाद उन्होंने दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय से शिक्षा हासिल की। इसके बाद 23 साल की उम्र में 1984 में पहले ही प्रयास में उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा पास कर ली थी। उनका चयन पुलिस सेवा में हुआ और वह गुजरात कैडर के अधिकारी बन गए। 

सीबीआइ में रहते हुए तत्कालीन निदेशक आलोक वर्मा के साथ हुए विवाद के बाद राकेश अस्थाना फिर से चर्चा में आए थे, जिसके बाद उनका तबादला सीबीआइ से कर दिया गया था। राकेश अस्थाना के पास डीजी नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो का अतिरिक्त प्रभार भी रहा था।

पहले भी उड़ी थी अफवाह

राकेश अस्थाना को दिल्ली पुलिस का आयुक्त बनाए जाने की अफवाह कई बार उड़ चुकी है। गृह मंत्रलाय ने उन्हें आयुक्त का पूर्ण प्रभार इसलिए सौपा है, ताकि वे हर तरह के प्रशासनिक फैसले खुलकर ले सकें। इससे दिल्ली पुलिस और पेशेवर बनाने में भी मदद मिलेगी।

जानिये- दिल्ली के नए CP राकेश अस्थाना की खूबियां, लालू से 6 घंटे की पूछताछ रही थी चर्चा में

chat bot
आपका साथी