दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रत्येक छात्र को अब लगाना होगा पेड़, जारी हुई ताजा गाइडलाइन

दिल्ली विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलपति प्रो. पीसी जोशी ने इस बाबत बताया कि प्रत्‍येक वर्ष दिल्ली विश्वविद्यालय देश के विभिन्न हिस्सों से लाखों छात्र-छात्राएं दाखिला लेते हैं। इन्हें पौधा लगाना अनिवार्य होगा। ये छात्र हमारे जलवायु योद्धा होंगे।

By Jp YadavEdited By: Publish:Sat, 07 Aug 2021 02:01 PM (IST) Updated:Sat, 07 Aug 2021 02:14 PM (IST)
दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रत्येक छात्र को अब लगाना होगा पेड़, जारी हुई ताजा गाइडलाइन
दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रत्येक छात्र को अब लगाना होगा पेड़, जारी हुई ताजा गाइडलाइन

नई दिल्ली [संजीव कुमार मिश्र]। दिल्ली विश्वविद्यायल (Delhi University) ने पर्यावरण संरक्षण के लिए एक अभिनव प्रयोग किया है। आगामी सत्र से डीयू के स्नातक, स्नातकोत्तर, एमफिल-पीएचडी के प्रत्येक छात्र को एक-एक पेड़ लगाना अनिवार्य होगा। यह पढ़ाई का हिस्सा होकॉलेज में विभाग स्तर पर इस अभियान की निगरानी की जाएगी। छात्र-छात्राओं को समय समय पर इसको लेकर अपडेट देना होगा। छात्रों की सहूलियत के लिए कहा गया है कि वे कहीं भी पौधे लगा सकते हैं। गा। 

कार्यवाहक कुलपति प्रो. पीसी जोशी ने इस बाबत बताया कि प्रत्‍येक वर्ष दिल्ली विश्वविद्यालय देश के विभिन्न हिस्सों से लाखों छात्र-छात्राएं दाखिला लेते हैं। इन्हें पौधा लगाना अनिवार्य होगा। ये छात्र हमारे जलवायु योद्धा होंगे। यह सर्वविदित है कि पौधे कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करते हैं, आक्सीजन प्रदान करते हैं। कैंसर पैदा करने वाले रसायनों सहित कई हानिकारक प्रदूषकों को अवशोषित करते हैं, मिट्टी के कटाव,  भूस्‍खलन आदि को रोकते हैं।

हिमालयी अध्ययन केंद्र के निदेशक और प्रस्ताव के सूत्रधार वनस्पतिशास्त्री प्रोफेसर दीनबंधु साहू ने कहा कि आज हम एक बड़े बायोस्फीयर संकट का सामना कर रहे हैं और भारत में प्रति व्यक्ति केवल 28 पेड़ उपलब्ध हैं। जबकि वैश्विक औसत   प्रति व्यक्ति 422 पेड़ हैं। वहीं, कनाडा में 8,953 और चीन में प्रति व्यक्ति 130 पेड़ हैं।

वहीं, प्रोफेसर पीसी जोशी ने कहा कि वृक्षारोपण और उसके बाद के रखरखाव से न केवल एक विविध स्तर पर रोजगार पैदा करने में एक बड़ी आपूर्ति श्रृंखला का निर्माण होगा।  बल्कि कई मूल्यवान उत्पाद भी मिलेंगे जो एक विविध स्तर पर उपयुक्त आय प्रदान करेंगे।

वहीं, दिल्ली विश्वविद्यालय ने 16 अगस्त से विज्ञान के छात्रों के लिए शारीरिक कक्षाएं फिर से शुरू करने के अपने फैसले को टाल दिया है। विश्वविद्यालय ने एक आधिकारिक अधिसूचना जारी कर घोषणा की थी कि वह कोरोना वायरस मामलों में गिरावट को देखते हुए विज्ञान संकाय के छात्रों के लिए कक्षाएं आयोजित करेगा। जानकारी के अनुसार, इस फैसले के बाद छात्रों को कैंपस में बुलाने के विश्वविद्यालय के फैसले पर शिक्षकों के एक वर्ग ने नाराजगी जताई थी। हालांकि, डीयू प्रशासन इन कारणों को खारिज किया है।  

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