पर्यावरण मंत्री गोपाल राय बोले दिल्ली में वृक्ष प्रत्यारोपण के लिए सिर्फ चार एजेंसियों के पैनल को ही मंजूरी

इन चार एजेंसियों में रोहित नर्सरी नई दिल्ली डीडी एमईपी इंजीनियर्स गुरुग्राम ग्रीन मार्निंग हार्टिकल्चर हैदराबाद और आरपी एंटरप्रिन्योर्स को शामिल किया गया है। राय ने बताया कि वृक्ष प्रत्यारोपण नीति 2020 को पिछले साल के अंत में अधिसूचित किया गया था।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 01:02 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 01:02 PM (IST)
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय बोले दिल्ली में वृक्ष प्रत्यारोपण के लिए सिर्फ चार एजेंसियों के पैनल को ही मंजूरी
परियोजना साइट से वृक्ष प्रत्यारोपण के लिए सिर्फ सूचीबद्ध एजेंसियों में ही किसी एक का करना होगा चयन

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली में वृक्ष प्रत्यारोपण के लिए चार एजेंसियों के पैनल को मंजूरी दी गई है। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि किसी भी परियोजना साइट से वृक्ष प्रत्यारोपण करने के लिए सिर्फ इन्हीं सूचीबद्ध एजेंसियों में से ही किसी एक का चयन करना होगा।

इन चार एजेंसियों में रोहित नर्सरी नई दिल्ली, डीडी एमईपी इंजीनियर्स गुरुग्राम, ग्रीन मार्निंग हार्टिकल्चर हैदराबाद और आरपी एंटरप्रिन्योर्स को शामिल किया गया है। राय ने बताया कि वृक्ष प्रत्यारोपण नीति 2020 को पिछले साल के अंत में अधिसूचित किया गया था। इसके तहत परियोजना स्थल के पेड़ों को अनावश्यक रूप से नहीं हटाया जाएगा। वहां मौजूद पेड़ों को सावधानीपूर्वक दूसरे स्थान पर प्रत्यारोपित किया जाएगा।

काटे गए प्रत्येक पेड़ की एवज में लगाने होंगे दस गुना पौधे

गोपाल राय ने कहा कि साइट पर पेड़ों के संरक्षण की संभावना न होने की स्थिति में कम से कम 80 फीसद पेड़ों को प्रत्यारोपित करना होगा। वृक्षारोपण नीति द्वारा प्रत्यारोपित वृक्षों में से एक साल बाद कम से कम 80 फीसद पेड़ों का जीवित रहना भी अनिवार्य है। इसके अलावा प्रत्येक काटे गए पेड़ की एवज में दस गुना पौधे लगाना अनिवार्य है।

13 एजेंसियों ने किया था आवेदन, नौै के किए गए निरस्त

वन और वन्यजीव विभाग द्वारा प्रकाशित विज्ञापन के बाद 13 एजेंसियों ने आवेदन किया था। तय मापदंडों को पूरा न करने के कारण नौ एजेंसियों के आवेदन को निरस्त कर दिया गया था। विशेषज्ञ समिति द्वारा विस्तृत विचार-विमर्श और परीक्षण के बाद सरकार ने चार एजेंसियों के पैनल को मंजूरी दी है।

chat bot
आपका साथी