चैत्र नवरात्र में श्रद्धालुओं के लिए खुशखबरी, कालकाजी मंदिर में ई-पास से भी हो सकेंगे मां के दर्शन

Kalkaji Mandir e Pass in Chaitra Navratri Coronavirus Restriction तेजी से फैल रहे कोरोना के कारण मंदिर प्रशासन ने इस बार नवरात्र में टाइम स्लॉट के अनुसार e pass के जरिए भी कालकाजी मंदिर में प्रवेश व्यवस्था की है।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Mon, 12 Apr 2021 05:33 PM (IST) Updated:Mon, 12 Apr 2021 06:17 PM (IST)
चैत्र नवरात्र में श्रद्धालुओं के लिए खुशखबरी, कालकाजी मंदिर में ई-पास से भी हो सकेंगे मां के दर्शन
e pass के जरिए भी कालकाजी मंदिर में प्रवेश व्यवस्था की है।

नई दिल्ली [अरविंद कुमार द्विवेदी]। दिल्ली में कोरोना संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों को देखते हुए इस बार नवरात्र में कालकाजी मंदिर में प्रवेश के लिए ई-पास की व्यवस्था भी की गई है ताकि दर्शन के लिए आए श्रद्धालुओं को ज्यादा परेशानी न हो। हालांकि, बिना ई-पास के लिए भी लोग मां के दर्शन कर सकेंगे। ई-पास मंदिर की वेबसाइट www.shrikalkamandir.com/epass से बनवाए जा सकेंगे। ई-पास सुबह साढ़े पांच से छह, छह से सात से लेकर हर घंटे के टाइल स्लाट में बनवाया जा सकेगा। आखिरी स्लाट रात सात से आठ बजे का है।

मंदिर के महंत सुरेंद्रनाथ अवधूत ने बताया कि मंदिर में श्रद्धालुओं को सुबह सढ़े पांच से लेकर रात आठ बजे तक प्रवेश दिया जाएगा। रात आठ बजे के बाद मंदिर में प्रवेश नहीं मिलेगा। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि श्रद्धालु दर्शन करके हर हाल में रात्रि कर्फ्यू शुरू होने से पहले मंदिर परिसर से निकलकर अपने घर पहुंच जाएं।

कोरोना दिशानिर्देशों के अनिवार्य पालन के लिए की गई व्यवस्था

मंदिर में नवरात्र के दौरान श्रद्वालुओं के प्रवेश, कोरोना दिशानिर्देशों का पालन कराने संबंधी तैयारियों का जायजा लेने के लिए दक्षिण-पूर्वी जिले के जिलाधिकारी विश्वेंद्र व पुलिस उपायुक्त राजेंद्र प्रसाद मीणा ने सोमवार को मंदिर परिसर का दौरा किया।अधिकारियों ने मंदिर कमेटी के पदाधिकारियों से मिलकर उन्हें कोरोना दिशानिर्देशों का अनिवार्य रूप से पालन कराने के लिए व्यवस्था करने को कहा। मंदिर में प्रवेश व निकास के लिए एक-एक द्वार बनाए गए हैं। इस बार मंदिर परिसर में पूजा सामग्री, फूल, प्रसाद आदि की दुकानें भी नहीं खुलेंगी।

 50-50 लोगों के लिए दो होल्डिंग एरिया बनाए गए 

डीएम विश्वेंद्र ने बताया मंदिर परिसर में भीड़ एकत्र न हो, इसलिए 50-50 लोगों के लिए दो होल्डिंग एरिया बनाए गए है। जब भी कतार लंबी होने लगेगी तो यहां पर 100 लोगों को रोक लिया जाएगा और भीड़ कम होने पर उन्हें बारी-बारी प्रवेश दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि सिविल डिफेंस के 100 वालेंटियर व मंदिर कमेटी के 200 सेवादार कोरोनो दिशानिर्देशों का पालन करवाने के लिए तैनात किए गए हैं।

वहीं, डीसीपी राजेंद्र प्रसाद मीणा ने बताया कि मंदिर परिसर व आसपास सुरक्षा-व्यवस्था व कोरोना दिशानिर्देश एवं रात्रि कर्फ्यू का पालन कराने के लिए पुलिसकर्मियों को तैनात किया जा रहा है।पुलिसकर्मी यह भी ध्यान रखेंगे कि दर्शन के बाद श्रद्धालु मंदिर के बाहर भीड़ न लगाएं।

श्रद्धालु मंदिर परिसर में आने के दौरान मास्क जरूर लगाएं

महंत सुरेंद्रनाथ अवधूत ने बताया कि श्रद्धालु मंदिर परिसर में आने के दौरान मास्क जरूर लगाएं। शारीरिक दूरी का पालन करते हुए कतार में लगें। कोरोना महामारी के प्रसार को रोकने के लिए श्रद्धालु पुलिसकर्मियों, सिविल डिफेंस वालेंटियर्स व मंदिर के सेवादारों का पूरा सहयोग करें ताकि सभी भक्त सुरक्षित तरीके से मां के दर्शन कर सकें।

श्री कालकाजी मंदिर प्रबंधक सुधार कमेटी के अध्यक्ष विपिन गौड़ ने कहा कि मंदिर में शारीरिक दूरी का पालन करने के लिए जगह-जगह गोले के निशान बनाए गए हैं। साथ साफ करने के लिए हैंड सैनिटाइजर की भी व्यवस्था की गई है। भक्तों की सहायता के लिए मंदिर के सेवादार भी तैनात किए गए हैं। सभी श्रद्धालुओं से अपील है कि वे कोरोना दिशानिर्देशों का पालन करें।

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