Delhi Crime: 4 लाख रुपये लूट की गढ़ी थी झूठी कहानी, कर्मचारी गिरफ्तार
डीसीपी एंटो अल्फोंस ने बताया कि पुलिस को 21 जनवरी को लाहौरी गेट के कुतुबपुल के समीप एक शख्स से चार लाख रुपये लूटपाट की सूचना मिली थी। पुलिस ने जब तकनीकी जांच की तो पता चला कि जिस स्थान पर वारदात हुई थी वहां कर्मचारी था ही नहीं।
नई दिल्ली [संतोष शर्मा]। लहौरी गेट थाना इलाके में कारोबारी के एक कर्मचारी ने चार लाख रुपये लूट की झूठी कहानी गढ़ी थी। रुपये अपनी मां के खाते में भेज कर वारदात की शिकायत पुलिस में कर दी थी। पुलिस ने जब तकनीकी जांच की तो पता चला कि जिस स्थान पर वारदात हुई थी वहां कर्मचारी था ही नहीं। शक होने पर जब कड़ाई से पूछताछ की गई तो कर्मचारी ने सच्ची बात बता दी। इस मामले में पुलिस ने मोतिया खान निवासी घनश्याम को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, उसकी मां का खाता फ्रीज करा दिया गया है।
उत्तरी जिला के डीसीपी एंटो अल्फोंस ने बताया कि पुलिस को 21 जनवरी को लाहौरी गेट के कुतुबपुल के समीप एक शख्स से चार लाख रुपये लूटपाट की सूचना मिली थी। शिकायतकर्ता घनश्याम ने बताया कि वह चांदनी चौक के कारोबारी अशोक कुमार के यहां काम करता है। वह चांदनी चौक से मालिक के चार लाख रुपये लेकर उसकी पेमेंट करने सदर बाजार जा रहा था। जैसे ही वह कुतुबपुल के समीप पहुंचा चार अज्ञात लोगों ने उसका रुपये से भरा बैग लूट लिया और फरार हो गए। इस संबंध में लाहौरी गेट थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया।
थाने के एसएचओ जरनैल सिंह की टीम ने मामले की छानबीन शुरू की। तकनीकी जांच के दौरान पीड़ित की मौजूदगी घटना स्थल के समीप नहीं मिली। लिहाजा शक होने पर घनश्याम से पूछताछ की गई तो वह टूट गया और उसने पुलिस को बताया कि उसे रुपये की जरूरत थी। लिहाजा मालिक के रुपये हड़पने की नियत से उसने एक एजेंट को चार हजार रुपये देकर बचे हुए 3.96 लाख रुपये अपनी मां के खाते में स्थानांतरित करवा दिया था। वहीं, उसने झूठी काल पुलिस और मालिक को कर दी थी। घटना का पर्दाफाश होने पर पुलिस ने घनश्याम को गिरफ्तार कर लिया गया।
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