दिल्‍ली के मोतीनगर में कंपनी का छह लाख रुपये लेकर कर्मचारी हुआ फरार

Delhi Crime मोती नगर थाना क्षेत्र में एक निजी कंपनी का कर्मचारी मालिक के करीब छह लाख रुपये लेकर फरार हो गया। कंपनी के मालिक इस बावत थाना में शिकायत दर्ज कराई है। मामले की तहकीकात की जा रही है।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Tue, 19 Jan 2021 03:37 PM (IST) Updated:Tue, 19 Jan 2021 03:37 PM (IST)
दिल्‍ली के मोतीनगर में कंपनी का छह लाख रुपये लेकर कर्मचारी हुआ फरार
दिल्‍ली के मोतीनगर में कंपनी का छह लाख लेकर कर्मचारी हुआ फरार

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्‍ली के मोतीनगर थाना क्षेत्र में एक निजी कंपनी का कर्मचारी मालिक के करीब छह लाख रुपये लेकर फरार हो गया। कंपनी के मालिक इस बावत थाना में शिकायत दर्ज कराई है। मामले की तहकीकात की जा रही है।

शिकायतकर्ता अशोक ने पुलिस को बताया कि उनका विपणन कंपनी है। कुछ दिन पहले अशोक अपने परिवार के साथ गोवा घूमने गये थे। कारोबार में पैसे की जरूरत होने पर उसने अपने एक परिचित सुरेंद्र से बात की और अपने कर्मचारी पंकज को सुरेंद्र के पास से छह लाख रुपये लेकर आने को कहा। 11 जनवरी को पंकज सुदर्शन पार्क जाकर सुरेंद्र से रुपये लेकर आ गया।

पंकज ने फोन कर पैसे लेकर आने की बात कही। बाद में पंकज का फोन बंद हो गया। दिल्ली आने के बाद वह पंकज के सुदर्शन पार्क स्थित घर गया। जहां पता चला कि वह परिवार के साथ घर खाली कर चला गया है। पंकज कई वर्षों से उनकी कंपनी में काम करता था। उन्होंने भरोसा कर उसे परिचित के पास से पैसे लाने के लिए कहा था। पुलिस आरोपित की तलाश में जुटी है।

चरस की खेप के साथ विदेशी नागरिक गिरफ्तार

इधर, दक्षिणी जिले की नारकोटिक्स स्क्वाड ने चरस की खेप के साथ नाइजीरियाई नागरिक को गिरफ्तार किया है। आरोपित के पास से 530 ग्राम चरस बरामद की है। आरोपित की पहचान चिबूजे अगबान के रूप में की गई है। आरोपित किशनगढ़ इलाके में रह रहा था। पुलिस उपायुक्त अतुल कुमार ठाकुर ने बताया कि नारकोटिक्स टीम को रविवार को चरस तस्करी के बारे में गुप्त सूचना मिली। इस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम ने हौजखास मेट्रो स्टेशन के पास से नाइजीरियाई युवक को गिरफ्तार किया।

आरोपित के पास से 530 ग्राम चरस बरामद की गई। पुलिस का दावा है कि बरामद की गई चरस की कीमत अंतरराष्ट्रीय मार्केट में 4000 अमेरिकी डालर से भी अधिक है। पुलिस पूछताछ में आरोपित ने बताया कि वह साल 2019 में पर्यटक वीजा पर तीन माह के लिए भारत आया था, लेकिन रुपये की कमी के चलते वह नशे की तस्करी के काम में लग गया। पुलिस आरोपित को चरस सप्लाई करने वाले व्यक्ति की तलाश कर रही है।

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