पूर्वांचल में शिक्षा और महिला उत्थान के लिए सेल्फ हेल्प ग्रुप बनाने पर देना होगा जोर: ओमप्रकाश मिश्रा

ओम प्रकाश मिश्रा ने अपने जीवन से जुड़े कई महत्वपूर्ण पक्षों को सबके सामने रखा। उन्होंने भोजपुरी संस्कृति में बढ़ रही अश्लीलता पर भी चिंता जाहिर की और उसे रोकने की अपील की। उन्होंने शिक्षा और महिला उत्थान के लिए पूर्वांचल में सेल्फ हेल्प ग्रुप बनाने पर ज़ोर दिया।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 11:38 PM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 11:38 PM (IST)
पूर्वांचल में शिक्षा और महिला उत्थान के लिए सेल्फ हेल्प ग्रुप बनाने पर देना होगा जोर: ओमप्रकाश मिश्रा
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर ओम प्रकाश मिश्रा और महिला समिति की अध्यक्षा, रंजना राय

नई दिल्ली, जेएनएन। भोजपुरी को संविधान के आठवीं अनुसूची में शामिल कराने एवं इस भाषा- संस्कृति के सम्मान, स्वाभिमान एवं पुनरुत्थान को स्थापित करने के उद्देश्य से गठित, ' भोजपुरी: द सोल ऑफ मिलियंस ' ने  20 जून, 2021 से अपना मासिक कार्यक्रम  'आपन गांव, आपन देश' की शुरुआत की। इस कार्यक्रम का उद्देश्य भोजपुरी समाज के किसी विशिष्ट एवं ख्यातिप्राप्त व्यक्ति के जीवन यात्रा के महत्वपूर्ण प्रसंग को रोचकता के साथ प्रस्तुत करना है।

भोजपुरी संस्कृति में बढ़ रही अश्लीलता चिंताजनक

'आपन गांव, आपन देश' की प्रथम कड़ी मे स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर ओम प्रकाश मिश्रा से महिला समिति की अध्यक्षा रंजना राय ने बातचीत किया। ओम प्रकाश मिश्रा ने अपने जीवन से जुड़े कई महत्वपूर्ण पक्षों को सबके सामने रखा। उन्होंने भोजपुरी संस्कृति में बढ़ रही अश्लीलता पर भी चिंता जाहिर की और उसे रोकने की अपील की। उन्होंने शिक्षा और महिला उत्थान के लिए पूर्वांचल में सेल्फ हेल्प ग्रुप बनाने पर ज़ोर दिया।

बिना महिलाओं के आगे बढ़े समाज आगे नहीं बढ़ सकता

उन्होंने दक्षिण भारत की तुलना में पूर्वांचल के महिलाओं की निम्न स्थिति और उसके कारणों की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि बिना महिलाओं के आगे बढ़े, समाज आगे नहीं बढ़ सकता। इस परिचर्चा में बड़ी संख्या में लोगों ने सहभागिता की। अनिरुद्ध कुमार चौधरी, ग्रुप के संस्थापक सदस्य ने ओम प्रकाश मिश्रा के प्रति आभार व्यक्त किया तथा आगे भी अपने अनुभव से संस्था को मार्गदर्शन देने का आह्वान किया। ' भोजपुरी: द सोल ऑफ मिलियंस ' लगातार टॉक शो, सांस्कृतिक कार्यक्रम, जन चेतना अभियान, कवि एवं युवा सम्मेलन आदि के आयोजन के माध्यम से पूर्वांचल में सामाजिक- सांस्कृतिक चेतना के प्रचार प्रसार के लिए कार्यरत है।

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