दिल्ली के प्रेम नगर में जलभराव बना जानलेवा, डूबने से आठ साल के बच्चे की मौत

हसन अपने परिवार के साथ प्रेम नगर चंदन पार्क कालोनी में रहता था। बताया जाता है कि वह शाम को अन्य बच्चों के साथ गली नंबर तीन में खेल रहा था जहां करीब एक सौ गज के एक प्लाट में महीनों से पानी भरा है।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Tue, 23 Feb 2021 07:33 AM (IST) Updated:Tue, 23 Feb 2021 07:33 AM (IST)
दिल्ली के प्रेम नगर में जलभराव बना जानलेवा, डूबने से आठ साल के बच्चे की मौत
खाली प्लाट में जमा पानी में डूबने से हसन की मौत। फाइल फोटो

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। बाहरी दिल्ली के प्रेम नगर इलाके में सोमवार की शाम जलभराव आठ साल के बच्चे के लिए जानलेवा साबित हुआ। जिससे खाली प्लाट में जमा पानी में डूबने से उसकी मौत हो गई। सूचना के बाद पुलिस ने बच्चे के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए संजय गांधी अस्पताल में रखवा दिया है और मामले की जांच कर रही है।

जानकारी के अनुसार, हसन अपने पिता अबरार व परिवार के अन्य सदस्यों के साथ प्रेम नगर चंदन पार्क कालोनी में रहता था। बताया जाता है कि वह शाम को अन्य बच्चों के साथ गली नंबर तीन में खेल रहा था, जहां करीब एक सौ गज के एक प्लाट में महीनों से पानी भरा है। यह प्लाट काफी गहरा है। ऐसे में खेलने के दौरान हसन का पैर फिसल गया और वह गहरे पानी के अंदर चला गया। तभी उसके साथ खेल रहे एक हमउम्र बच्चे की उस पर नजर पड़ी और उसे पानी में डूबते देखा तो शोर मचाना शुरू कर दिया।

ऐसे में आसपास के लोग मौके पर पहुंच गए। लेकिन प्लाट की गहराई को देखते हुए कोई पानी के अंदर घुसने का साहस नहीं कर सका। ऐसे में लोगों को बास बल्लियों के सहारे बच्चे को बाहर निकाला। बच्चे को पहले नजदीक के ही एक निजी अस्पताल में ले जाया गया, जहां से उसकी गंभीर हालत को देखते हुए संजय गांधी अस्पताल भेज दिया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।

असोला फतेहपुरबेरी गांव के लोगों को नाले के पानी से राहत की उम्मीद

वहीं, असोला फतेहपुरबेरी गांव में वर्षो से भरे गंदे पानी की समस्या से लोगों को जल्द राहत की उम्मीद जगी है। गांव के निवासी ऋषिपाल महाशय की याचिका पर एनजीटी ने दिल्ली के मुख्य सचिव को निर्देश दिया है कि याचिका में उठाए गए ¨बदुओं पर कार्यवाही की जाए।

गौरतलब है कि मुख्य सचिव इंटिग्रेटेड ड्रेन मैनेजमेंट कमेटी के प्रमुख भी हैं। इसके साथ ही कोर्ट ने याचिका को डिस्पोज कर दिया। ऋषिपाल की ओर से पेश एडवोकेट कमलेश कुमार मिश्र ने बताया कि कोर्ट के आदेश से गांव के लोगों को उम्मीद है कि अब जल्द ही सरकार नाले की सफाई करवाकर गांव वालों को राहत पहुंचाएगी। यह है मामला असोला फतेहपुरबेरी गांव से होकर गुजरने वाले नाले से ओवरफ्लो पानी वर्षो से यहां भरा है। गांव के लोगों का कहना कि इस पानी से उन्हें बीमारियां हो रही हैं। यह पानी भूजल को भी प्रदूषित कर रहा है। लोगों को इस पानी से कैंसर होने का खतरा सता रहा है।

स्थानीय निवासी ऋषिपाल ने बताया कि यहां से होकर गुजरने वाले नाले का पानी पहले हरियाणा की ओर चला जाता था, लेकिन कुछ सालों में यहां लोगों ने बड़े-बड़े फार्म हाउस बनाकर पानी के रास्ते को बंद कर दिया है। इस कारण अब नाले का पानी आगे नहीं जा पाता है। नाले का पानी ओवरफ्लो होकर गांव की कई एकड़ जमीन में भरा हुआ है। इसकी बदबू के कारण गांव के लोगों का बाहर निकल पाना तो दूर, अपने घरों में रहना भी मुश्किल हो गया है।

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