कोविड की तीसरी लहर के पहले आक्सीजन संयंत्र लगाने की कवायद तेज, सरकार को मिले 19 आवेदन
मेडिकल आक्सीजन प्रोडक्शन प्रमोशन नीति-2021 का मकसद राष्ट्रीय राजधानी के अंदर मेडिकल आक्सीजन के उत्पादन को बढ़ावा देना है। इससे कोरोना या दूसरी तरह के स्वास्थ्य संकट के समय अस्पतालों में बिना रुकावट आक्सीजन की आपूर्ति जारी रहेगी ।
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। दिल्ली सरकार की मेडिकल आक्सीजन प्रोडक्शन प्रमोशन नीति-2021 के तहत आक्सीजन भंडारण, उत्पादन संयंत्र लगाने और क्रायोजेनिक टैंकर खरीदने के लिए 19 आवेदन आए हैं। आवेदन कम आने पर अब इसकी अंतिम तारीख बढ़ाई जा सकती है।
आक्सीजन के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए नीति
मेडिकल आक्सीजन प्रोडक्शन प्रमोशन नीति-2021 का मकसद राष्ट्रीय राजधानी के अंदर मेडिकल आक्सीजन के उत्पादन को बढ़ावा देना है। इससे कोरोना या दूसरी तरह के स्वास्थ्य संकट के समय अस्पतालों में बिना रुकावट आक्सीजन की आपूर्ति जारी रहेगी। सरकार के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने इसकी प्रक्रिया शुरू कराई थी। इसके लिए दो से लेकर 16 सितंबर की शाम पांच बजे तक आवेदन मांगे गए थे।
संयंत्र लगाने के लिए सब्सिडी भी दे रही सरकार
दिल्ली सरकार के उद्योग विभाग ने पांच श्रेणी में आवेदन करने के लिए अलग-अलग सब्सिडी का प्रविधान किया है। आवेदनों पर विचार करने के लिए सात सदस्यीय स्क्रीनिंग समिति गठित की गई है। उद्योग विभाग के विशेष सचिव समिति के अध्यक्ष हैं, जबकि उपायुक्त, वित्त अधिकारी व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी सहित छह सदस्य समिति में शामिल किए गए हैं। दिल्ली सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर नहीं आती है तो अच्छी बात है। पर एक बार आक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता के लिए संसाधन तैयार करा लिए जाएंगे तो यह आने वाले समय में दिल्ली की जनता के लिए बहुत लाभकारी होगा।
बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर में दिल्ली ही नहीं पूरे देश में परेशानी बढ़ गयी थी हालांकि सरकार ने इसे खत्म करने के लिए काफी गंभीर प्रयास किए थे। यह भी बता दें कि आक्सीजन की सप्लाइ अक्सर मीडिया की सुखिर्यों में रहती थी। सरकार हर वक्त अलर्ट मोड पर काम कर रही थी इसके लिए बकायदा वार रूम बनाए गए थे ताकि जरूरतमंद लोगों को सही समय पर मदद पहुंचायी जा सके।