RFL Case: ईडी के शिकंजे में फोर्टिस हेल्थकेयर के पूर्व प्रमोटर मालविंदर सिंह, मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तारी

ईडी ने फोर्टिस हेल्थकेयर (Fortis Healthcare) के पूर्व प्रमोटर मालविंदर सिंह और रेलिगेयर एंटरप्राइजेज लिमिटेड के पूर्व सीएमडी सुनील गोधवानी को गिरफ्तार कर लिया है।

By Manish PandeyEdited By: Publish:Thu, 14 Nov 2019 06:47 PM (IST) Updated:Thu, 14 Nov 2019 07:22 PM (IST)
RFL Case: ईडी के शिकंजे में फोर्टिस हेल्थकेयर के पूर्व प्रमोटर मालविंदर सिंह, मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तारी
RFL Case: ईडी के शिकंजे में फोर्टिस हेल्थकेयर के पूर्व प्रमोटर मालविंदर सिंह, मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तारी

नई दिल्ली, पीटीआइ। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने फोर्टिस हेल्थकेयर (Fortis Healthcare) के पूर्व प्रमोटर मालविंदर सिंह (Malvinder Singh) और रेलिगेयर एंटरप्राइजेज लिमिटेड (Religare Enterprises) के पूर्व सीएमडी सुनील गोधवानी (Sunil Godhwani) को गिरफ्तार कर लिया है। रेलिगेयर फिनवेस्ट लिमिटेड (RFL) के फंड गबन मामले में दोनों को गिरफ्तार किया गया है।

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दोनों आरोपियों को तिहाड़ केंद्रीय जेल के अंदर अपनी हिरासत में ले लिया, जहां वह पहले से ही दिल्ली पुलिस द्वारा कथित घोटाले के संबंध में दायर एक मामले में बंद हैं।

ईडी के वकील ने कोर्ट से आरोपियों के खिलाफ प्रोडक्शन वारंट जारी करने का आग्रह किया था। अदालत ने निर्देश के बाद मालविंदर सिंह और सुनील गोधवानी को मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाएगा। फोर्टिस हेल्थकेय के पूर्व प्रमोटर मलविंदर सिंह और गोधवानी पर मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट की धारा 3 और 4 के तहत  धनराशि जमा करने का आरोप है।                                                                              

इससे पहले सिंह और उनके भाई शिविंदर को दिल्ली की साकेत कोर्ट ने 31 अक्टूबर तक न्यायिक हिरास में भेजा था। इसके अलावा तीन अन्य आरोपितों रैनबैक्सी के पूर्व चेयरमैन सुनील गोधवानी, पूर्व सीईओ कवि अरोड़ा और पूर्व फाइनेंस चीफ अनिल सक्सेना को भी कोर्ट ने 31 अक्टूबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेजा दिया था।

ईडी के अनुसार, दोनों आरोपियों ने अन्य लोगों के साथ मिलकर 1,000 करोड़ रुपये की राशि का गबन किया। इडी ने दिल्ली पुलिस द्वारा दर्ज एक मामले के आधार पर ही इस मामले में अपनी जांच शुरू की है।

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