निगम की संपत्तियों पर सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने की कवायद शुरू

संयंत्र लगाने के लिए टेंडर भी सेकी की तरफ से ही जारी किया जाएगा। जिस एजेंसी का चयन हाेगा उसके साथ पूर्वी निगम करार करेगा। निगम अधिकारियों ने बताया कि अभी पूर्वी निगम में नौ स्कूलों और शाहदरा उत्तरी जोन के कार्यालय में सौर ऊर्जा संयंत्र लगा हुआ है।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 07:55 PM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 07:55 PM (IST)
निगम की संपत्तियों पर सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने की कवायद शुरू
भारतीय सौर ऊर्जा निगम लिमिटेड के साथ पूर्वी निगम ने किया समझौता

नई दिल्ली [ स्वदेश कुमार]। पूर्वी निगम की संपत्तियों की छतों पर जल्द ही सौर ऊर्जा संयंत्र लगे हुए नजर आएंगे। इसकी कवायद शुरू हो गई है। इसके लिए भारतीय सौर ऊर्जा निगम लिमिटेड (सेकी) के साथ पूर्वी निगम ने समझौता किया है। सेकी और निगम के अधिकारियों ने शुक्रवार को समझौता पत्र पर हस्ताक्षर कर दिए। पटपड़गंज स्थित निगम मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में महापौर श्याम सुंदर अग्रवाल, स्थायी समिति अध्यक्ष बीर सिंह पंवार के साथ निगमायुक्त विकास आनंद और सेकी की प्रबंध निदेशक सुमन शर्मा और कार्यकारी निदेशक संजय शर्मा मौजूद रहे। दरअसल आर्थिक तंगी से जूझ रहे पूर्वी निगम को इस योजना में उम्मीद की किरण नजर आ रही है। इन संयंत्रों से निकली बिजली का प्रयोग कार्यालयों में किया जाएगा। इसके अलावा इसकी बिक्री भी की जाएगी। इससे हर महीने लाखों रुपये के बिजली के बिल की बचत होगी। साथ ही आय का नया रास्ता भी खुलेगा।

सेकी के कार्यकारी निदेशक संजय शर्मा और पूर्वी निगम के मुख्य अभियंता संदीप शर्मा की तरफ से समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए गए हैं। पूर्वी निगम की तरफ से बताया गया है कि सौर ऊर्जा संयंत्र के लिए 220 स्कूल, 50 सामुदायिक भवन और 40 स्वास्थ्य विभाग के भवन हैं जिनकी छतों पर संयंत्र लगाए जा सकते हैं। सेकी की तरफ से इन भवनों का सर्वे किया जाएगा। इनमें से जो भी टिकाऊ और उपयुक्त पाए जाएंगे, उनकी छतों पर ही संयंत्र लगाया जाएगा।

संयंत्र लगाने के लिए टेंडर भी सेकी की तरफ से ही जारी किया जाएगा। जिस एजेंसी का चयन हाेगा, उसके साथ पूर्वी निगम करार करेगा। निगम अधिकारियों ने बताया कि अभी पूर्वी निगम में नौ स्कूलों और शाहदरा उत्तरी जोन के कार्यालय में सौर ऊर्जा संयंत्र लगा हुआ है। इससे निगम को हर साल करीब 20 लाख रुपये की कमाई हो रही है। इसी वजह से यह योजना तैयार की गई है।

महापौर श्याम सुंदर अग्रवाल ने इस योजना के लिए निगमायुक्त विकास आनंद को बधाई दी। उन्होंने कहा कि सौर ऊर्जा हरित ऊर्जा का व्यवहारिक रूप है। केंद्र सरकार इसे बढ़ावा दे रही है। यह समय की जरूरत भी है। स्थायी समिति अध्यक्ष बीर सिंह पंवार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर यह समझौता हो रहा है। खास बात यह है कि इसमें निगम को किसी तरह का निवेश करने की जरूरत नहीं है। सिर्फ अपने छतों के प्रयोग का अधिकार देने से ही बचत और आय का रास्ता खुल रहा है।

निगमायुक्त विकास आनंद ने कहा कि समझौता ज्ञापन के तहत सेकी सौर ऊर्जा संयंत्रों की योजना, डिजाइन, निर्माण, आपूर्ति, स्थापना, परीक्षण, संचालन और रखरखाव के लिए एजेंसी का चयन करेगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस कदम से पूर्वी दिल्ली नगर निगम को काफी लाभ होगा।

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