Delhi Violence: हिंसा के दौरान कई लोग घर से थौला लेकर निकले थे दुकान लूटने
दुकानें खाली होने के बाद हिंसक भीड़ उसे आग की हवाले कर रहे थे। हाथ में जो आया वह उन्होंने लूट लिया।
नई दिल्ली [शुजाउद्दीन]। यमुनापार तीन दिनों से हिंसक भीड़ की आग में झुलस रहा है। आम लोग सलामत रहने के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रहे हैं, लेकिन दंगाई उनके घरों व दुकानों को भी बख्श नहीं रहे हैं। उनके घरों पर पथराव करने के साथ ही वाहनों को आग के हवाले कर रहे हैं। हिंसा से परेशान होकर लोगों ने अपने आशियाने को ऊपर वाले के भरोसे छोड़कर यमुनापार से पलायन करना शुरू कर दिया है। हिंसाग्रस्त क्षेत्रों से मौका लगते ही परिवार के साथ बाहर जाते हुए लोग देखे गए।
कबीर नगर में हुई थी पत्थरबाजी
मंगलवार दोपहर कबीर नगर में पत्थरबाजी हो रही थी। अद्धसैनिक बल ने मोर्चा संभाला हुआ था, तभी यमुना विहार से कुछ लोग बैग लेकर पुलिस के पास पहुंचे और परिवार सीलमपुर तक पहुंचाने की गुहार लगाई। पुलिस पत्थरबाजों से निपटने में लगी हुई थी। परिवार के सदस्यों के चेहरे पर खौफ साफ देखने को मिल रहा था, महिलाओं ने बच्चों को सीने से लगाया हुआ था। इस बीच एक परिवार ने बातचीत में बताया कि वह ऐसी जगह जा रहे हैं, जहां खुद को सुरक्षित महसूस कर सके, जहां डर और भय का माहौल न हो।
सड़क पर बने मकानों को बनाया जा रहा है निशाना
सबसे ज्यादा खौफ में वे लोग हैं, जिनके घर मुख्य मार्गों पर बने हुए हैं। दंगाई उन घरों पर पथराव कर रहे हैं। सड़क पर बने ज्यादातर घरों के शीशे दंगाइयों ने तोड़ दिए हैं।
दुकानों में हुई जमकर लूटपाट
दंगाइयों ने मौजपुर, गांवड़ी, ब्रह्मपुरी, नूर-ए-इलाही, करावल नगर रोड और चांद बाग में दिन दहाड़े दुकानों को लूटा। लूटने वालों में बच्चे, महिलाएं, युवा से लेकर बुजुर्ग तक शामिल थे। दुकानें खाली होने के बाद दंगाई उसे आग की हवाले कर रहे थे। दंगाइयों के हाथ में जो आया वह उन्होंने लूट लिया। लूट का सामान ले जाने के लिए लोग घरों से ही थैले लेकर आए हुए थे।
फैक्टियां खाली
जाफराबाद, भजनपुरा, वेलकम, सीलमपुर, कल्याण, न्यू उस्मानपुर, नूर ए इलाही में बड़ी संख्या में फैक्टियां चलती है, दंगों की वजह से फैक्ट्री में काम करने वाले कर्मचारी घरों को चले गए हैं। कर्मचारी बस अड्डों व रेलवे स्टेशन तक पहुंचने के लिए गलियों में ठोकरें खा रहे थे, क्योंकि मुख्य मार्गों पर पत्थरबाजी हो रही थी। इधर मजदूरों के जाने की वजह से फैक्ट्री स्वामी भी चिंतित हैं।