कोरोना काल में संघ के देशभर में 3,800 स्थानों पर चल रहे हैं हेल्पलाइन सेंटर्स
मौजूदा स्थिति में जरूरतमंदों की सहायता के लिए संघ द्वारा देशभर में करीब 3800 स्थानों पर हेल्पलाइन सेंटर्स चलाए जा रहे हैं। इसी प्रकार 7500 से अधिक स्थानों पर वैक्सीनेशन शिविर सहयोग व जागरूकता अभियान में 22 हजार से अधिक कार्यकर्ता लगे हुए हैं।
नई दिल्ली [नेमिष हेमंत]। कोरोना की मौजूदा भयावह लहर से देश को बाहर निकालने में सरकारें, समाज व प्रशासन के साथ ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक भी तत्परता से लगे हुए हैं। समाज में विभिन्न संगठन व संस्थाओं से समन्वय स्थापित करते हुए संघ द्वारा देशभर में सेवा के कई उपक्रम शुरू किए गए हैं।
मौजूदा स्थिति में जरूरतमंदों की सहायता के लिए संघ द्वारा देशभर में करीब 3,800 स्थानों पर हेल्पलाइन सेंटर्स चलाए जा रहे हैं। इसी प्रकार 7,500 से अधिक स्थानों पर वैक्सीनेशन शिविर, सहयोग व जागरूकता अभियान में 22 हजार से अधिक कार्यकर्ता लगे हुए हैं। पिछले वर्ष भी जब लाकडाउन लगा था तब लोगों की राहत और मदद के लिए संघ ने विश्व का सबसे बड़ा सेवा अभियान चलाया था, जिसमें चार लाख 80 हजार से ज्यादा स्वयंसेवक एक साथ सेवा कार्य में कई माह जुटे रहे थे।
इस वर्ष जब कोरोना की लहर और तीव्र और आक्रामक होकर लौटी है तो संघ के स्वयंसेवकों ने फिर से मोर्चा संभाल लिया है। वे सरकार, प्रशासन व समाज को साथ लेकर इस महामारी से निपटने के साथ प्रभावित लोगों की जी-जान से मदद में जुटे हुए हैं। संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने भी ऐसे मौके पर संपूर्ण समाज से मतभेदों को किनारे रखकर साथ जुटने का आह्वान किया है। उसे स्वयंसेवक साकार देने में जुटे हुए हैं।
अनुषांगिक संगठन सेवा भारती, विश्व हिंदू परिषद, लघुु उद्योग भारती समेत अन्य संगठन व संस्थाओं के माध्यम से स्वयंसेवक प्रभावित परिवारों व जरूरतमंदों को सहायता उपलब्ध करवाने के कार्य में जुटे हुए हैं। इस संबंध में अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने सेवा कार्यों की जानकारी देते हुए बताया कि मौजूदा समय में संघ द्वारा देशभर में 287 स्थानों पर आइसोलेशन केंद्र संचालित किए जा रहे हैं, जिनमें लगभग 9,800 से अधिक बिस्तर की व्यवस्था है। इसके साथ ही 118 शहरों में कोविड केयर सेंटर भी चलाए जा रहे हैं, जिनमें 7,476 बिस्तर की व्यवस्था है। विशेष बात यह कि इनमें से 2,285 बिस्तर ऑक्सीजन युक्त हैं।
इन केंद्रों के संचालन में 5,100 से अधिक कार्यकर्ता कार्य कर रहे हैं। इनके अलावा सरकारी कोविड केयर केंद्रों में भी स्वयंसेवक व्यवस्थाओं में सहयोग कर रहे हैं। देश में 762 शहरों में संचालित 819 सरकारी कोविड केयर केंद्रों में 6,000 से अधिक कार्यकर्ता सहयोग कर रहे हैं। इलाज में बड़े स्तर पर रक्त की मांग है। इसे देखते हुए देशभर में स्वयंसेवकों ने 1,256 स्थानों पर रक्तदान शिविरों का आयोजन कर 44 हजार यूनिट रक्तदान करवाया है। देशभर में 1,400 स्थानों पर संचालित चिकित्सकीय हेल्पलाइन के माध्यम से डेढ़ लाख से अधिक लोग लाभान्वित हुए हैं, इन केंद्रों में 4,445 चिकित्सक सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।
संघ के सेवा कार्य एक नजर में
हेल्पलाइन सेंटर्स -स्थान - 3770
सरकार के सहयोग में संचालित टीकाकरण केंद्र, स्थान- 2904
सरकारी केंद्र में सहयोग व जनजागरण - 4,773 स्थानों पर
सहभागी कार्यकर्ता संख्या - 22,274
आइसोलेशन केंद्र - शहर - 287
बिस्तर संख्या - 9,838
कार्यकर्ता - 3,194
कोविड केयर केंद्र - शहर - 118
बिस्तर संख्या - 7,476
लाभांवित मरीज- 18,379
ऑक्सीजन युक्त बिस्तर - 2,285 व कार्यकर्ता - 1989
सरकारी कोविड केयर केंद्र में सहयोग - शहर- 762
केंद्र- 819 व कार्यकर्ता - 6030
ऑनलाइन डॉक्टर सलाह - स्थान - 1399
सक्रिय डॉक्टर्स - 4445
इतने लोगों ने लिया लाभ - 1,51,257
भोजन -
स्थानों - 3,315
अब तक वितरित पैकेट - 5,37,436
रक्तदान
कितने स्थान पर - 1,256
रक्त यूनिट - 43,972
प्लाज्मा दान -
426
लोग उपचार- 4193
आयुर्वेदिक काढ़ा वितरण -
स्थान - 5,921
लोगाें को लाभ- 40,51,088
काउंसलिंग -
स्थान - 1242
लाभ लोग - 75,751
अत्येष्टि सेवा -
कितने स्थान पर - 816
शव वाहन सेवा -
स्थान -303