Durga Puja 2021: कृत्रिम तालाबों में होगा विसर्जन, दोनों टीका लेने वाली महिलाएं ही सिंदूर खेला उत्सव में लेंगी भाग

पूजा समितियों ने मां दुर्गा की मूर्ति के विसर्जन के लिए कृत्रिम तालाब बनाए हैं। आराम बाग पूजा समिति और मिंटो रोड पूजा समिति ने बताया कि ईको फ्रेंडली मूर्ति है जिसे एक पार्क में बने कृत्रिम तालाब में प्रवाहित किया जाएगा।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Fri, 15 Oct 2021 06:30 AM (IST) Updated:Fri, 15 Oct 2021 08:31 AM (IST)
Durga Puja 2021: कृत्रिम तालाबों में होगा विसर्जन, दोनों टीका लेने वाली महिलाएं ही सिंदूर खेला उत्सव में लेंगी भाग
यमुना में प्रदूषण व कोरोना के मद्देनजर यमुना में मूर्ति विर्सजन पर प्रतिबंध लगा हुआ है।

नई दिल्ली [आशीष सिंह]। यमुना में प्रदूषण व कोरोना के मद्देनजर यमुना में मूर्ति विर्सजन पर प्रतिबंध लगा हुआ है। ऐसे में पूजा समितियों ने मां दुर्गा की मूर्ति के विसर्जन के लिए कृत्रिम तालाब बनाए हैं। आराम बाग पूजा समिति और मिंटो रोड पूजा समिति ने बताया कि ईको फ्रेंडली मूर्ति है, जिसे एक पार्क में बने कृत्रिम तालाब में प्रवाहित किया जाएगा। विसर्जन में कोरोना नियमों का ध्यान रखा जाएगा। वहीं, गलियों में प्राण प्रतिष्ठित मूर्तियों के विसर्जन को लेकर भक्त असमंजस में हैं। कई आयोजक टब में भी मूर्ति विसर्जन की व्यवस्था कर रहे हैं।

पूर्ण टीका वाली महिलाएं ही सिंदूर खेला उत्सव में लेंगी भाग

मिंटो रोड पूजा समिति के अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार की सुबह महिलाएं सिंदूर खेला उत्सव खेलेंगी। जिसमें सीमित संख्या में वही महिलाएं शामिल होगी, जिनका पूर्ण टीकाकरण हो चुका है। वहीं, आरामबाग पूजा सिमित के उपाध्यक्ष शंकर चक्रवर्ती ने बताया कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए महिलाएं प्रतिकात्मक तौर पर ही सिंदूर खेला खेलेंगी। यह दिन सबसे महत्वपूर्ण होता है। मां दुर्गा की विदाई में सीमित लोग ही शामिल होंगे।

खास है सिंदूर खेला

इसमें पान के पत्तों को मां के गालों को स्पर्श किया जाता है और फिर सिंदूर खेला में सुहागन महिलाएं मां दुर्गा को सिंदूर लगाती हैं। विदाई के समय मां को भोग लगाया जाता है और पकवान चढ़ाए जाते हैं। इस रस्म से महिलाएं दुर्गा मां को विदाई देती हैं। जिस तरह से होली पर अबीर या गुलाल लगाते हैं उसी तरह पंडालों में महिलाएं पूरे धूमधाम से सिंदूर खेला करती हैं।

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