उचित प्रबंधन व पर्याप्त आपूर्ति के चलते अब ऑक्सीजन की किल्लत हुई खत्म

नजफगढ़ के एसडीएम विनय कौशिक ने बताया कि जिले में ऑक्सीजन का संकट अब पूरी तरह खत्म हो गया है। नंगली सकरावती स्थित अम्बे गैस रिफिलिंग स्टेशन को अब पर्याप्त मात्रा में तरल ऑक्सीजन उपलब्ध हो रही है। जिससे रोजाना 500 सिलेंडर को भरा जा रहा है।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Sun, 09 May 2021 06:10 AM (IST) Updated:Sun, 09 May 2021 08:37 AM (IST)
उचित प्रबंधन व पर्याप्त आपूर्ति के चलते अब ऑक्सीजन की किल्लत हुई खत्म
नंगली सकरावती स्थित अम्बे रिफिलिंग स्टेशन अब 24 घंटे करेगा काम।

नई दिल्ली [मनीषा गर्ग]। उचित प्रबंधन के साथ पर्याप्त आपूर्ति के चलते अब अस्पतालों में ऑक्सीजन का संकट कम होता हुआ नजर आ रहा है। नंगली सकरावती, मुंडका, बवाना, नारायणा व मायापुरी समेत आसपास के सभी रि-फिलिंग स्टेशन पर अब पर्याप्त मात्रा में तरल ऑक्सीजन पहुंचने लगी है। जिसके चलते अब अस्पतालों को ऑक्सीजन की किल्लत का फिलहाल सामना नहीं करना पड़ रहा है। इसके साथ ही अस्पताल में भर्ती किस मरीज को कितनी मात्रा में ऑक्सीजन की जरूरत है, प्रशासन इसका आकलन कर स्थिति पर नजर बनाए हुए है। प्रशासन की कोशिश है कि ऑक्सीजन की बर्बादी पर हर हाल में विराम लगे।

नजफगढ़ के एसडीएम विनय कौशिक ने बताया कि जिले में ऑक्सीजन का संकट अब पूरी तरह खत्म हो गया है। नंगली सकरावती स्थित अम्बे गैस रिफिलिंग स्टेशन को अब पर्याप्त मात्रा में तरल ऑक्सीजन उपलब्ध हो रही है। जिससे रोजाना 500 सिलेंडर को भरा जा रहा है। छह दिन पहले शुरू हुए इस स्टेशन के शुरुआती दो दिन चार वर्ग को ऑक्सीजन दी गई। उसमें पहले ऐसे कोविड अस्पताल थे जिन्हें किसी भी रिफिलिंग स्टेशन से संबद्ध नहीं किया गया था, दूसरा कोविड अस्पताल में खपत बढ़ने से अन्य अस्पतालों में आपूर्ति बाधित होने लगी थी, तीसरा होम आइसोलेशन में रहे मरीजों को और दिल्ली के अन्य जिलों में स्थित ऐसे अस्पताल जिन्हें संबद्ध रिफिलिंग स्टेशन पर ऑक्सीजन नहीं मिल पा रही है। पर इससे स्टेशन पर भीड़भाड़ का माहौल उत्पन्न हो गया और शारीरिक दूरी का पालन सुनिश्चित करना एक चुनौती बन गया।

इसके साथ ही संकरी गली में रिफिलिंग स्टेशन होने के कारण खतरे की संभावना को देखते हुए उपायुक्त डा. नवीन अग्रवाल के निर्देश पर होम आइसोलेशन में इलाज कर रहे मरीजों के लिए द्वारका सेक्टर-2 स्थित बस डिपो पर ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई। यहां व्यक्ति अपना पहचान पत्र, मरीज का पहचान पत्र व चिकित्सीय परामर्श युक्त पर्चे को दिखाकर खाली सिलेंडर देकर उसी माप का भरा हुआ सिलेंडर प्राप्त कर सकता है। इसके लिए व्यक्ति को सरकार द्वारा तय दर के अनुरूप भुगतान भी करना पड़ेगा। विनय कौशिक ने बताया कि प्रशासन को राजघाट ओर अलवर के एक स्टील प्लांट से 10 से 12 लीटर के कुल 110 सिलेंडर प्राप्त हुए है।

उन सभी सिलेंडराें को अम्बे गैस रिफिलिंग स्टेशन से भरवाकर डिपो में रख लिया गया है। ऐसे में अम्बे गैस पर लगने वाली लंबी कतार भी कम हुई है। फिलहाल जिले के 21 कोविड और एक नान कोविड अस्पताल के सिलेंडरों को अम्बे गैस रिफिलिंग स्टेशन पर भरा जा रहा है। बढ़ती जरूरत को देखते हुए अब इस रिफिलिंग स्टेशन को 24 घंटे खोला जाएगा, इसे लिए आर्डर जारी कर दिया गया है। साथ ही अतिरिक्त कर्मचारियों की यहां ड्यूटी लगा दी गई है। इसके अलावा बस डिपो पर 50 छोटे सिलेंडर की भी व्यवस्था की जा रही है, ताकि खाली छोटे सिलेंडर लेकर आने वाले लोगों को निराश होकर न लौटना पड़े।

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