डीपीसीसी ने चलाया अभियान, कई के किए गए चालान तो कई को थमाया गया नोटिस

डीपीसीसी द्वारा 17 से 23 नवंबर के बीच औद्योगिक इकाइयों पर लगातार निरीक्षण किया व 18 इकाइयों पर उत्सर्जन नियमों का उल्लंघन करने पर इन पर दंड लगाया है। इसी क्रम में 378 जेनरेटर सेट का भी निरीक्षण किया गया लेकिन इनमें नियमों का उल्लंघन नहीं पाया गया।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Thu, 02 Dec 2021 12:49 PM (IST) Updated:Thu, 02 Dec 2021 12:49 PM (IST)
डीपीसीसी ने चलाया अभियान, कई के किए गए चालान तो कई को थमाया गया नोटिस
अनधिकृत बोरवेल यूनिट वालों से चालान वसूली की प्रक्रिया जारी है।

नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। भारी प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण कमेटी (डीपीसीसी) ने राजधानी में चल रहे अनधिकृत बोरवेल के 18,350 स्थलों का निरीक्षण किया गया। अभी तक 115 बोरवेल संचालकों का चालान किया गया है। इन लोगों से 52 लाख रुपये की वसूली की गई है, शेष 18,235 अनधिकृत बोरवेल यूनिट वालों से चालान वसूली की प्रक्रिया जारी है।

डीपीसीसी ने बताया है कि इसके अलावा 1,411 निर्माण व तोड़फोड़ स्थलों का निरीक्षण किया गया, जिसमें 25 स्थलों पर प्रदूषण नियमों का उल्लंघन पाया गया । इन सभी उल्लंघनकर्ताओं को दंडित करने के लिए नोटिस जारी किया गया है। तोड़फोड़ स्थलों का मलबा फेंके जाने वाले 83 स्थलों का निरीक्षण किया गया व सभी 83 स्थलों पर नियमों का उल्लंघन पाया गया, इन सभी पर नियमानुसार नोटिस भेजने की कार्रवाई शुरू की गई है। इसके अलावा डीपीसीसी द्वारा राजधानी की 889 प्लास्टिक यूनिट का भी औचक निरीक्षण किया गया, जिसमें 639 डिफाल्टर यूनिट को नोटिस जारी किया गया है व 75 यूनिट को बंद करने का आदेश दिया गया है।

प्लास्टिक को रिसाइकिल करने वाली 1,516 यूनिट का निरीक्षण कर 1,271 डिफाल्टर यूनिट को नोटिस जारी किया गया है। प्लास्टिक सामान के निर्माण संबंधी 2,063 यूनिट का औचक निरीक्षण कर 1,865 डिफाल्टर को नोटिस जारी किया गया है। ये निरीक्षण 17 से 23 नवंबर के बीच किया गया।

इसी क्रम में डीपीसीसी द्वारा 17 से 23 नवंबर के बीच औद्योगिक इकाइयों पर लगातार निरीक्षण किया व 18 इकाइयों पर उत्सर्जन नियमों का उल्लंघन करने पर इन पर दंड लगाया है। इसी क्रम में 378 जेनरेटर सेट का भी निरीक्षण किया गया, लेकिन इनमें नियमों का उल्लंघन नहीं पाया गया।

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