Sawan Somvar 2020: सावन के पहले सोमवार को दिल्ली-NCR के मंदिरों में उमड़े भक्त

Sawan Somvar 2020 गाजियाबाद के दूधेश्वर नाथ मंंदिर में भी श्रद्धालु सुबह से लाइनों में लगे हैं। मंदिर परिसर में बम भोले के नारे भी लगाए जा रहे हैं।

By JP YadavEdited By: Publish:Mon, 06 Jul 2020 07:24 AM (IST) Updated:Mon, 06 Jul 2020 07:24 AM (IST)
Sawan Somvar 2020: सावन के पहले सोमवार को दिल्ली-NCR के मंदिरों में उमड़े भक्त
Sawan Somvar 2020: सावन के पहले सोमवार को दिल्ली-NCR के मंदिरों में उमड़े भक्त

नई दिल्ली, एएनआइ। Sawan Somvar 2020: आज सावन का पहला सोमवार है। सुबह से ही दिल्ली-एनसीआर समेत  देशभर में भगवान शिव के मंदिरों में श्रद्धालु पूजा अर्चना के लिए पहुंच रहे हैं। चांदनी चौक के गौरीशंकर मंदिर में सोमवार सुबह से भक्त लाइनों में लगे हैं और दर्शन के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। गुरुग्राम, फरीदाबाद, नोएडा-ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद के मंदिरों में भी श्रद्धालुओं की लंबी लाइन देखी जा रही है। गाजियाबाद के दूधेश्वर नाथ मंंदिर में भी श्रद्धालु सुबह से लाइनों में लगे हैं। मंदिर परिसर में बम भोले के नारे भी लगाए जा रहे हैं।

इन नियमों का श्रद्धालु कर रहे पालन

इस साल कोरोना के बढ़ते प्रकोप के कारण मंदिर में जलाभिषेक पर पूरी तरह से रोक है। साथ ही मंदिर में आने वाले भक्तों के लिए तैयारी के तहत मंदिर के अंदर और बाहर लोहे की ग्रिल लगाई गई हैं, जिससे भक्त केवल अंदर आ रहे हैं और भगवान शिव और देवी पार्वती के दूर से ही दर्शन कर चले जा रहे हैं। मंदिर में किसी भी भक्त प्रसाद और फूल नहीं चढ़ा जा रहा है। 

मास्क लगाना अनिवार्य

दिल्ली के साथ एनसीआर के गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल, सोनीपत, नोएडा और गाजियाबाद के शिव मंदिरों में दर्शन और पूजा-अर्चना के लिए पहुंच रहे लोगों के लिए मास्क लगाना अनिवार्य है। अगर किसी के पास मास्क नहीं है, उसे प्रवेश नहीं किया जा रहा है। 

शारीरिक दूरी के नियमों को भी श्रद्धालु कर रहे पालन

कोरोना वायरस संक्रमण के चलते मंदिरों में पहुंचे श्रद्धालु बेहद सतर्क हैं। मंदिर प्रबंधन के निर्देश के तहत सभी श्रद्धालु शारीरिक दूरी के नियमों का पालन कर रहे हैं। लगभग सभी मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं के लिए सैनिटाइजर की भी व्यवस्था है, लोग चाहें तो इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। 

श्रद्धालुओं की स्क्रीनिंग

मंदिर परिसर में प्रवेश से पहले ही मंदिर प्रबंधन की ओर से नियुक्त कर्मचारी श्रद्धालुओं की स्क्रीनिंग कर रहा है। बुखार और सर्दी-जुकाम होने की सूरत में मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं है।

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