Delhi: रथ पर सवार झंडेवाला देवी मां के दर्शन करने पूरे भक्तिभाव के साथ पहुंच रहे श्रद्धालु

ब्रह्मपुरी जिला कार्यवाह प्रवीण कुमार ने बताया कि मंदिर में भीड़भाड़ न हो इसके लिए पूरी दिल्ली में रोजाना आठ रथ झंडेवाला मंदिर से सुबह पांच बजे निकलकर अगल-अलग जगहों पर पहुंचते हैं। वहीं यमुना विहार विभाग प्रचारक श्रवण ने बताया कि चार जगहों पर यह रथ जाता है।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Tue, 20 Oct 2020 03:58 PM (IST) Updated:Tue, 20 Oct 2020 03:58 PM (IST)
Delhi: रथ पर सवार झंडेवाला देवी मां के दर्शन करने पूरे भक्तिभाव के साथ पहुंच रहे श्रद्धालु
देवी के रथ के दर्शन करने पहुंच रहे श्रद्धालु।

नई दिल्ली [रितु राणा]। कोरोना के डर से जो श्रद्धालु झंडेवाला देवी मां के दरबार नहीं पहुंच पा रहे, उनके लिए झंडेवाला देवी मंदिर समिति ने दर्शन के लिए एक विशेष व्यवस्था की है। जिसके तहत देवी मां के दरबार से सजे आठ रथ पूरी दिल्ली में घूमाए जा रहे हैं। नवरात्र के पहले दिन से लेकर नवमीं तक यह रथ हर रोज श्रद्धालुओं को मां के दर्शन कराने उन्हीं के पास पहुंचेंगे।

मंगलवार को करोल बाग स्थित झंडेवाला मंदिर से निकले रथ पर सवार देवी मां के दर्शन करने श्रद्धालु यमुना विहार स्थित ली डायमंड बैंक्वेट हॉल के बाहर पहुंचे। यहां शारीरिक दूरी का पालन करते हुए श्रद्धालुओं को झंडेवाला देवी के दरबार के दर्शन कराए गए। एक बड़े ट्रक पर पूरा दरबार बनाया गया है। लोगों ने रथ पर सवार देवी मां को पुष्प चढ़ाकर उनका आशीर्वाद लिया। दर्शन करने पहुंचे श्रद्धालुओं के हाथों को पहले सैनिटाइज किया गया। इसके बाद शारीरिक दूरी बनाकर एक-एक करके उन्हें दर्शन कराए गए। श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद की व्यवस्था भी की गई। रथ के पास ही श्रद्धालुओं को भक्तिमय भजन-गीत सुनने का आनंद भी प्राप्त हुआ।

ब्रह्मपुरी जिला कार्यवाह प्रवीण कुमार ने बताया कि मंदिर में भीड़भाड़ न हो इसके लिए पूरी दिल्ली में रोजाना आठ रथ झंडेवाला मंदिर से सुबह पांच बजे निकलकर अगल-अलग जगहों पर पहुंचते हैं। वहीं, यमुना विहार विभाग प्रचारक श्रवण कुमार ने बताया कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली में चार जगहों पर यह रथ जाता है। सुबह सात बजे सबसे पहले यह रथ गाजे-बाजे के साथ पूरी धूमधाम से करावल नगर स्थित जगमाल गार्डन पहुंचता है। वहां नौ बजे तक लोगों को दर्शन कराने के बाद, 10 से 12 बजे तक यह रथ यमुना विहार में रहता है। फिर तीन से पांच बजे तक मंडोली टीला और शाम को छह से आठ बजे रोहताश नगर स्थित मुस्कान चौक पर श्रद्धालुओं को देवी मां के दर्शन कराए जाते हैं। नवमीं वाले दिन सभी जगहों पर भंडारे का आयोजन भी किया जाएगा।

Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो

chat bot
आपका साथी