यूनिवर्सल डिजाइन अवार्ड के लिए चुने गए दिल्ली के सुभाष और अजय

नेशनल सेंटर फार प्रमोशन आफ इंप्लाइमेंट फार डिसेबिल्ड पीपुल (एनसीपीईडीपी) संस्था की ओर से 2021 के यूनिवर्सल डिजाइन अवार्ड के लिए चुने जाने वाले 12 लोगों में दिल्ली के अजय माधव लवकारे और सुभाष चंद्र वशिष्ठ भी शामिल हैं।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 10:08 AM (IST) Updated:Wed, 22 Sep 2021 10:08 AM (IST)
यूनिवर्सल डिजाइन अवार्ड के लिए चुने गए दिल्ली के सुभाष और अजय
ट्रांसक्राइब ग्लास बनाने के लिए किया जाएगा सम्मानित।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। नेशनल सेंटर फार प्रमोशन आफ इंप्लाइमेंट फार डिसेबिल्ड पीपुल (एनसीपीईडीपी) संस्था की ओर से 2021 के यूनिवर्सल डिजाइन अवार्ड के लिए चुने जाने वाले 12 लोगों में दिल्ली के अजय माधव लवकारे और सुभाष चंद्र वशिष्ठ भी शामिल हैं। अजय लवकारे को पेशेवर श्रेणी में पुरस्कार मिला है। वहीं, वशिष्ठ को जावेद अबीदी पब्लिक पालिसी पुरस्कार के लिए चुना गया है। दोनों को 28 सितंबर को आयोजित सम्मान समारोह में सम्मानित किया जाएगा।

2017 में जब लवकारे ग्यारहवीं कक्षा में थे, तो उनका श्रवण बाधित दोस्त सुनने की समस्या के कारण स्कूल से बाहर हो गया था। दिल्ली के सुंदर नगर निवासी लवकारे ने इस समस्या को बेहतर ढंग से समझने की कोशिश की और अपने दोस्त की मदद के लिए समाधान तलाशा। पांच साल के गहन शोध के बाद लवकारे ने ट्रांसक्राइब ग्लास तैयार किए। यह श्रवण बाधित लोगों के लिए संचार में एक सहायक उपकरण है। साथ ही किफायती और आरामदायक भी है। वहीं, सुभाष चंद्र वशिष्ठ एक वकील हैं और एक्सेसिबिलिटी यूनिवर्सल डिजाइन और डायवर्सिटी इनक्लूजन के विशेषज्ञ हैं।

मायापुरी निवासी वशिष्ठ दो दशकों से दिव्यांगता अधिकारों, समावेश और यूनिवर्सल डिजाइन पर काम कर रहे हैं। उन्होंने दिव्यागों के अधिकारों को लेकर याचिकाएं और मुकदमे भी विभिन्न अदालतों में दायर किए हैं। वह अप्रैल 2016 में सेंटर फार एक्सेसिबिलिटी इन बिल्ट एनवायरमेंट फाउंडेशन के सह संस्थापक रहे हैं। वह एक्सेसिबल बिल्ट एनवायरमेंट लेवल तीन में एक प्रमाणित पेशेवर भी हैं, जो देश में इस क्रेडेंशियल को हासिल करने वाले पहले व्यक्ति हैं। एनसीपीईडीपी के कार्यकारी निदेशक अरमान ने कहा कि महामारी ने हम सभी को एहसास कराया है कि आने वाले समय में यूनिवर्सल डिजाइन सभी के लिए एक विशेष तकनीक होगी।

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