दिल्ली में डार्क स्पाट कम कसने की पहल, वन विभाग से मंजूरी के बाद निगम करेगा पेड़ों की प्रूनिंग

निगम की ओर से छंटाई का कार्य सीमित दायरे में ही संभव होता है। पेड़ों की मोटी टहनियों की छंटाई के लिए वन विभाग की मंजूरी जरूरी है। इस दिशा में कदम उठाए गए और विन विभाग को पेड़ों की छंटाई के लिए अनुमति देने के लिए पत्र लिखा गया।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 03:54 PM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 04:02 PM (IST)
दिल्ली में डार्क स्पाट कम कसने की पहल, वन विभाग से मंजूरी के बाद निगम करेगा पेड़ों की प्रूनिंग
निगम की ओर से कार्य शुरू कर दिया गया है।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। उपनगरी द्वारका में पेड़ों की नियमित छंटाई नहीं होने के चलते सड़कों और पार्कों में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। कई जगहों पर पेड़ों की झुरमुट के बीच स्ट्रीट लाइटों की रोशनी गुम हो जाती है। ऐसे में सड़क पर अंधेरा पसरा रहता है। निगम की ओर से छंटाई का कार्य सीमित दायरे में ही संभव होता है। पेड़ों की मोटी टहनियों की छंटाई के लिए वन विभाग की मंजूरी जरूरी है। ऐसे में निगम की ओर से इस दिशा में कदम उठाए गए और विन विभाग को पेड़ों की छंटाई के लिए अनुमति देने के लिए पत्र लिखा गया। अब वन विभाग की ओर से सात जगहों पर पेड़ों की छंटाई की अनुमति मिल गई है। ऐसे में निगम की ओर से इस दिशा में कार्य शुरू कर दिया गया है।

इन जगहों पर मिली अनुमति

वन विभाग की ओर से सेक्टर दस पाकेट वन, सेक्टर 11 पाकेट तीन, सेक्टर 12 पाकेट 7, सेक्टर 11 पाकेट चार, पाकेट दो, सेक्टर 19 पाकेट तीन में पेड़ों की छंटाई की अनुमति मिल गई है। इन जगहों पर कुल पेड़ों की संख्या 340 है। इनमें कुछ पेड़ों की हेवी प्रूनिंग की अनुमति भी मिली है। वन विभाग की अनुमति के बाद द्वारका बी वार्ड की कुछ सोसायटियों में इस समस्या का निदान हो जाएगा। इसके अलावा पेड़ों की झुरमुट के कारण जहां-जहां डार्क स्पाट बने हुए हैं उसमें भी कमी आएगी।

निगम ने शुरू किया कार्य

निगम पार्षद कमलजीत सहरावत ने कहा कि वन विभाग की अनुमति मिलने के बाद निगम ने इस दिशा में कार्य शुरू कर दिया है। हमारी कोशिश है कि दिवाली से पहले पेड़ों की छंटाई पूरी कर ली जाए, जिससे कि डार्क स्पाट खत्म होने के साथ-साथ लोगों को आ रही समस्याओं का भी निस्तारण हो जाए। उन्होंने कहा कि कई पेड़ ऐसे होते हैं जो समय के साथ भारी हो जाते हैं। ऐसे में अगर उनकी छंटाई नहीं की गई तो वे किसी समय गिर सकते हैं। इस कारण नियमित रूप से छंटाई बहुत जरूरी है।

लोगों को होती है समस्या

द्वारका में लाखों की संख्या में पेड़ हैं। खासकर फुटपाथ पर हरियाली ही दिखाई देती है। ऐसे में समय पर पेड़ों की छंटाई नहीं होने के चलते सड़कों पर टहनियां पहुंच जाती है। इससे वाहन चालकों को काफी दिक्कत होती है। दिन के समय तो किसी तरह वाहन चालक बचकर निकल जाते हैं, लेकिन रात के समय दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।

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