अब नहीं होंगे दिल्ली के 124 टोल नाके फ्री, दक्षिणी निगम ने नई कंपनी को दिया टोल वसूलने का काम

टोल फ्री नहीं होंगे टोल नाके नई कंपनी वसूलेगी टोल पुरानी कंपनी से विवाद के चलते निगम ने बनाई थी टोल फ्री की योजना। नगर निगम टोल वसूलने के लिए नोडल एजेंसी है। दिल्ली के 124 टोल नाकों से टोल वसूलने का कार्य निजी कंपनी के माध्यम से करती है।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Sun, 11 Apr 2021 05:04 PM (IST) Updated:Sun, 11 Apr 2021 05:04 PM (IST)
अब नहीं होंगे दिल्ली के 124 टोल नाके फ्री, दक्षिणी निगम ने नई कंपनी को दिया टोल वसूलने का काम
निगम ने टोल वसूलने वाली कंपनी एमईपी इन्फ्रास्टक्चर लिमिटेड का कार्यादेश निरस्त कर दिया था।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। राजधानी में टोल नाकों को मुफ्त करने की योजना अब लागू नहीं होगी। दक्षिणी निगम ने अब सहकार ग्लोबल लिमिटेड के माध्यम से टोल वसूली का फैसला लिया है। दरअसल, निगम ने टोल वसूलने वाली कंपनी एमईपी इन्फ्रास्टक्चर लिमिटेड का कार्यादेश निरस्त कर दिया था।

निगम का कहना था कि एमईपी तय शर्तों के मुताबिक निगम भुगतान नहीं कर रही थी। इसके बाद बीते वर्ष निगम ने निविदा प्रक्रिया के जरिए सहकार ग्लोबल को इस कार्य के लिए चयन किया गया था। लेकिन, मामला हाईकोर्ट में लंबित होने के चलते सहकार ग्लोबल टोल को निगम कार्यादेश जारी नहीं कर पा रहा था। हाईकोर्ट से पुरानी कंपनी के कार्यादेश को निरस्त करने की मंजूरी मिलने के बाद दक्षिणी निगम अब नई कंपनी को टोल वसूली का कार्य सौंप दिया है।

उल्लेखनीय है कि टोल वसूली को लेकर जब पुरानी कंपनी से निगम को राजस्व नहीं मिल रहा था तो स्थायी समिति के अध्यक्ष राजदत्त गहलोट ने अधिकारियों को निर्देश दिया था कि जब तक कानूनी विवाद खत्म नहीं हो जाता टोल नाकों को मुफ्त कर दिया जाए। लेकित, बिना कोर्ट की मंजूरी के निगम ऐसा नहीं कर पा रहा था।

चूंकि कानूनी विवाद खत्म हो गया था तो निगम ने अब नई कंपनी के माध्यम से टोल वसूली शुरू कर दी है। निगम को इससे करीब 787 करोड़ रुपये सालाना राजस्व आएगा। इसे 1:1:.6 के अनुपात में दक्षिणी-उत्तरी और पूर्वी निगम में वितरित कर दिया जाएगा। पुरानी एमईपी कंपनी को निगम ने करीब 1206 करोड़ रुपये इसका काम दिया था। लेकिन, निगम को पूरा भुगतान नहीं मिल पा रहा था।

दक्षिणी दिल्ली नगर निगम टोल वसूलने के लिए नोडल एजेंसी है। जो कि दिल्ली के 124 टोल नाकों से टोल वसूलने का कार्य निजी कंपनी के माध्यम से करती है। निगम व्यावसायिक वाहनों से प्रवेश पर विभिन्न श्रेणियों में टोल की वसूली करता है।

chat bot
आपका साथी