Covid को लेकर दिल्लीवालों को मिली राहत भरी खबर, छठे सीरो सर्वे की रिपोर्ट में बताया अब नहीं आएगी तीसरी लहर
Sero Survey Delhi 2021 सीरो सर्वे के अनुसार लोगों में बड़े स्तर पर एंटीबाडी विकसित होने के बावजूद हम ये नहीं कह सकते कि दिल्ली ने हर्ड इम्युनिटी प्राप्त कर ली है। छठे सीरो सर्वे के अंतर्गत 24 सितंबर से नमूने एकत्र करना शुरू किया गया था।
नई दिल्ली [राहुल चौहान]। राजधानी में हुए छठे सीरो सर्वे में 90 फीसद लोगों में एंटीबाडी मिली हैं। बुधवार को दिल्ली सरकार को सौंपी गई रिपोर्ट में यह बात सामने आई है। एक सरकारी अधिकारी ने इस बात की जानकारी दी। एम्स में कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के वरिष्ठ प्रो. संजय राय ने कहा कि सीरो सर्वे के परिणाम से यह साबित होता है कि दिल्ली ने पूरी तरह हर्ड इम्युनिटी प्राप्त कर ली है। अब यहां तीसरी लहर का कोई खतरा नहीं है।
दिल्ली पूरी तरह सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस का कोई नया स्वरूप से भी अब दिल्ली में संक्रमण का खतरा नहीं है, क्योंकि यह हर्ड इम्यूनिटी लोगों के संक्रमित होने के बाद प्राकृतिक रूप से आई है। वहीं, सफदरजंग अस्पताल में कम्युनिटी मेडिसिन के विशेषज्ञ डाक्टर जुगल किशोर ने बताया कि 90 फीसद लोगों में एंटीबाडी मिलने का मतलब है कि अधिकतर लोगों को संक्रमण हुआ,जिससे उनमें एंटीबाडी बनी और ठीक होने के बाद हर्ड इम्युनिटी आ गई है। उन्होंने यह भी कहा कि हर्ड इम्युनिटी आने के दो तरीके हैं एक तो संक्रमण होने से और दूसरा टीका लगवाने से। क्योंकि दिल्ली में टीकाकरण का आंकड़ा भी दो करोड़ को पार कर चुका है।
इसके अनुसार दिल्ली के अधिकांश वयस्कों को कोरोना की एक टीका लग चुका है। मतलब यह कि जिनकों कोरोना नहीं उनमें भी टीकाकरण से इम्युनिटी आ चुकी है। इसलिए दिल्ली कोरोना के किसी तरह के संक्रमण से काफी सुरक्षित स्थिति में आ गई है। उल्लेखनीय है कि छठे सीरो सर्वे के अंतर्गत 24 सितंबर से नमूने एकत्र करना शुरू किया गया था। राष्ट्रीय राजधानी से कुल 28 हजार नमूने एकत्र किए गए थे।
गौरतलब है कि दिल्ली में जनवरी में कराए गए पांचवें सीरो सर्वे में 56 फीसद से अधिक लोगों में एंटीबाडी पायी गई थी। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे में कोरोना की तीसरी लहर का खतरा तो जरूर कम हो गया है, लेकिन त्योहारी मौसम में बाजारों में उमड़ रही भीड़भाड़ से लोगों को बचना चाहिए। साथ ही अगर बाजार में जा रहे हैं तो मास्क लगाना बेहद जरूरी है। किसी भी तरह की लापरवाही खतरे में डाल सकती है।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली में फरवरी के बाद आई कोरोना की दूसरी लहर के बाद यह पहला सीरो सर्वे है। इसमें राजधानी में नगर निगम, नई दिल्ली नगर पालिका परिषद और छावनी परिषद सहित कुल 280 वार्ड से सैंपल लिए गए थे। सर्वें में उन लोगों को भी शामिल किया गया है, जिन्हें कोरोना का टीका लग चुका है।