दिल्ली में चिड़ियाघर को मिले तीन गुजराती शेर, लाल कान वाला कछुआ भी लाया गया

गुजरात के जूनागढ़ चिड़ियाघर से तीनों शेरों को सड़क के रास्ते से दिल्ली लाया गया है। अब एक नर और दो मादा शेर चिड़ियाघर में आने के बाद कुल संख्या पांच हो गई है। तीन नए शेर आने से जल्द ही शावक होने की उम्मीद लगाई जा रही है।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 06:36 AM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 08:59 AM (IST)
दिल्ली में चिड़ियाघर को मिले तीन गुजराती शेर, लाल कान वाला कछुआ भी लाया गया
दिल्ली में चिड़ियाघर को मिले तीन गुजराती शेर। फाइल फोटो

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। राजधानी के चिड़ियाघर में वन्य जीवों की प्रजातियों को 100 करने को लेकर लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसी प्रयास के तहत सोमवार को चिड़ियाघर में तीन शेर और एक लाल कान वाला कछुआ लाया गया है। दिल्ली का चिडि़याघर गुजरात के चिडि़याघर को दो दरियाई घोड़े और हिरण भेजेगा, जिनके बदले दिल्ली को तीन शेर मिले हैं। कोरोना संक्रमण व अन्य जांच के तहत तीनों शेरों को क्वारंटाइन किया गया है। चिड़ियाघर की निदेशक सोनाली घोष ने बताया कि जानवरों का आदान-प्रदान प्रजनन के उद्देश्य से किया जा रहा है। इस समय चिड़ियाघर में केवल एक युवा मादा शेर और एक बूढ़ा नर शेर है।

वहीं, अब एक नर और दो मादा शेर चिड़ियाघर में आने के बाद कुल संख्या पांच हो गई है। तीन नए शेर आने से जल्द ही शावक होने की उम्मीद लगाई जा रही है। गुजरात के जूनागढ़ चिड़ियाघर से तीनों शेरों को सड़क के रास्ते से दिल्ली लाया गया है।

उन्होंने बताया कि दो दरियाई घोड़ों के अलावा हिरणों की प्रजातियों को जूनागढ़ भेजा जाएगा, जिनकी यहां के चिड़ियाघर में संख्या भी अधिक है। इससे वहां हिरणों की संख्या बढ़ सकेगी। उन्होंने बताया कि इस महीने की शुरुआत में ही एक नर शुतुरमुर्ग चंडीगढ़ के छतबीर चिड़ियाघर से दिल्ली चिड़ियाघर पहुंचा था। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे सर्दियां आती हैं तो जानवरों का आदान-प्रदान मुश्किल हो जाता है। इसलिए जानवरों के परिवहन के लिए वर्तमान समय एक आदर्श समय है, जिसके चलते इस समय आदान-प्रदान किया जा रहा है।

सुंदरीकरण के बाद चिड़ियाघर में पर्यटक कर रहे मस्ती

वहीं, राजधानी के चिड़ियाघर में सुंदरीकरण के लिए लगातार कार्य किए जा रहे हैं। ट्री प्वाइंट के बाद अब चिड़ियाघर में महिलाओं के लिए सेल्फी लेने के स्थान बनाए गए हैं। तीन अलग-अलग जगहों पर तितली स्टैंड बनाए गए हैं, जो अब आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। जहां अधिकतर बच्चियां और युवतियां आकर फोटो खींच रही हैं।

वहीं, हिरण और चीतल के खाने के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। पर्यटन दिवस के मौके पर सोमवार को तीन हजार से अधिक पर्यटक चिडि़याघर पहुंचे। चिड़ियाघर के अधिकारियों का कहना है कि सुंदरीकरण और पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए तितली प्वाइंट बनाए गए हैं। इनकी ऊंचाई लगभग 10 फीट है। इन्हें पीले, काले और सफेद रंग से मिलकर बनाया गया है। इसके अलावा चिड़ियाघर में जगह-जगह बने शेड को सूखी घास से सजाया गया है, जो पर्यटकों को खूब भा रही हैं। वह परिवार के संग मिलकर ऐसे स्थानों पर जमकर मस्ती कर रहे हैं। वहीं, चिड़ियाघर में जानवरों की देखरेख के लिए भी विशेष प्रबंध किए गए हैं। जानवरों को जंगल जैसा एहसास कराने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं।

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