Delhi Weather: दिल्ली-NCR में बदला मौसम का मिजाज, कई इलाकों में हल्की बारिश
Delhi Weather News मौसम विभाग ने बृहस्पतिवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान 33.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया जो कि सामान्य से दो डिग्री ज्यादा है। वहीं न्यूनतम तापमान 17.2 डिग्री सेल्सियस रहा जो कि सामान्य से एक डिग्री कम है।
नई दिल्ली/नोएडा, जागरण संवाददाता। दिल्ली-एनसीआर में मौसम का मिजाज बदल गया है। बृहस्पतिवार को दिल्ली और उसके आस-पास इलाकों में हल्की बारिश हुई। मिली जानकारी के अनुसार, पूर्वी दिल्ली के ईस्ट गुरु अंगद नगर में हल्की बारिश हुई। इसके अलावा नोएडा के कई इलाकों में बूंदाबांदी हुई। आसमान में काले बादल छाए हैं। जिसकी वजह से तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है।
उधर, दिल्ली से सटे गुरुग्राम और फरीदाबाद में भी हल्की-हल्की बारिश हुई। यहां पर सुबह से ही बादल छाए हुए हैं। बारिश से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है।
इस सीजन की पहली बूंदाबांदी
बृहस्पतिवार को दिल्ली में इस सीजन की पहली बूंदाबांदी हुई। हालांकि मौसम पर इसका कोई खास असर नहीं पड़ा, लेकिन बादलों की वजह से न्यूनतम तापमान में अवश्य ही थोड़ा इजाफा देखने को मिला। बृहस्पतिवार को सुबह के वक्त तो धूप निकली, लेकिन दिन भर हल्के बादल छाए रहे। ऊंचाई वाले इन बादलों की वजह से ही स्मॉग भी देखने को मिला। इस दौरान कुछ जगहों पर हल्की बूंदाबांदी भी दर्ज गई है। यह बूंदाबांदी सफदरजंग और लोधी रोड मौसम केंद्र पर दर्ज हुई।
मौसम विभाग ने बृहस्पतिवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान 33.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया जो कि सामान्य से दो डिग्री ज्यादा है। वहीं, न्यूनतम तापमान 17.2 डिग्री सेल्सियस रहा जो कि सामान्य से एक डिग्री कम है। मौसम विभाग का अनुमान है कि शुक्रवार को सुबह के समय हल्की धुंध देखने कौ मिल सकती है।
नोएडा की आबोहवा हुई खराब
औद्योगिक नगरी नोएडा गुरुवार को पूरे दिन प्रदूषण की चादर से लिपटा रहा। प्रदूषण के चलते छाई धुंध के चलते लोगों का बुरा हाल रहा। शाम को कई इलाकों में हुई हल्की बारिश भी हुई। लेकिन यह बारिश प्रदूषण से राहत नहीं दिला सकी। बृहस्पतिवार सुबह से ही आसमान में बढ़े हुए प्रदूषण के कारण धुंध छाई रही। धुंध छाने के के कारण धूप नहीं निकली। धूप न निकलने का असर यह हुआ कि शहर प्रदूषण की चादर से लिपटा दिखा। न्यूनतम दृश्यता 100 मीटर तक सिमट कर रह गई। इससे वाहनों चालकों को परेशानी हुई। देर शाम तक शहर धुंध की चादर से लिपटा रहा। लोग की सूरज की झलक देखने को तरस गए।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक नोएडा में शाम चार बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) पीएम-10 का औसत स्तर 308 रहा। वहीं ग्रेटर नोएडा में एक्यूआइ 328 रहा। जहां ग्रेटर नोएडा एनसीआर में सबसे प्रदूषित शहर रहा, तो वहीं नोएडा एनसीआर का चौथा सबसे प्रदूषित शहर रहा है। इसे हवा खराब श्रेणी (रेड जोन) में पहुंच गई है। वहीं शाम करीब चार बजे आसमान में अचानक से काले बादल छाने लगे। इसके बाद कई जगहों पर हल्की बारिश हुई। लेकिन चंद मिनटे के लिए हुई बारिश से प्रदूषण से राहत नहीं मिल सकी है। बढ़ी हुई नमी व हवा की रफ्तार थमने से हवा में सूक्ष्म कणों की मात्रा बढ़ाने का काम किया। सूक्ष्म कणों की मात्रा से बढ़ने से सांस रोगियों को परेशानी हुई।
सिस्टम आफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फार कास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) के मुताबिक सतह पर चलने वाली हवाओं की चाल थमने से प्रदूषण फिर से बढ़ा है। उत्तर पश्चिम दिशा से चल रही हवाओं की रफ्तार 6 किलोमीटर प्रतिघंटा के आसपास रही। इसने प्रदूषक तत्वों को सतह पर जमा ठहरने में मदद की। पंजाब, हरियाणा व सीमावर्ती इलाकों में पराली जलाने के कारण पराली के धुएं की मात्रा तेजी से बढ़ने आबोहवा बहुत खराब श्रेणी में रह सकती है। इससे 24 अक्टूबर तक प्रदूषण बहुत खराब स्थिति में बना रह सकता है।
Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो