Delhi Violence: हेड कांस्टेबल रतनलाल की हत्या के तीन आरोपित भगोड़ा घोषित

गत वर्ष 24 फरवरी को दयालपुर इलाके में चांद बाग के पास वजीराबाद रोड पर हथियारों से लैस दंगाइयों ने दिल्ली पुलिस पर हमला कर दिया था। इसमें हेड कांस्टेबल रतन लाल की हत्या कर दी गई थी। इसमें डीसीपी शाहदरा अमित शर्मा एसीपी गोकलपुरी अनुज कुमार घायल हुए थे।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Sun, 07 Mar 2021 07:45 AM (IST) Updated:Sun, 07 Mar 2021 09:22 AM (IST)
Delhi Violence: हेड कांस्टेबल रतनलाल की हत्या के तीन आरोपित भगोड़ा घोषित
Delhi Violence: हेड कांस्टेबल रतनलाल की हत्या के तीन आरोपित भगोड़ा घोषित।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली दंगे में हेड कांस्टेबल रतनलाल की हत्या के मामले में फरार चल रहे तीन आरोपितों को कड़कड़डूमा कोर्ट ने भगोड़ा घोषित कर दिया है। दिल्ली पुलिस ने अपनी अर्जी में दलील दी कि इन आरोपितों को पकड़ने का काफी प्रयास किया गया, लेकिन वह पकड़ में नहीं आ पा रहे। यह आरोपित जानबूझ कर कानून से दूर भाग रहे हैं। इनको नोटिस भी भेजे गए, जो वापस आ गए।

गत वर्ष 24 फरवरी को दयालपुर इलाके में चांद बाग के पास वजीराबाद रोड पर हथियारों से लैस दंगाइयों ने दिल्ली पुलिस पर हमला कर दिया था। इसमें हेड कांस्टेबल रतन लाल की हत्या कर दी गई थी। इस हमले में डीसीपी शाहदरा अमित शर्मा, एसीपी गोकलपुरी अनुज कुमार समेत 51 पुलिस कर्मी घायल हुए थे। इस मामले में आरोपित खालिद, मुहम्मद अयाज और वसीम उर्फ बबलू पिछले एक साल से फरार हैं।

पुलिस तीनों आरोपितों क घर से लेकर विभिन्न ठिकानों पर दबिश दे चुकी है, लेकिन वह हाथ नहीं आए। पुलिस ने मुख्य महानगर दंडाधिकारी दिनेश कुमार की कोर्ट में पक्ष रखा कि तीनों को नोटिस भी भेजे गए, जो स्वीकार न होने के कारण वापस आ गए। इनके लिए समाचार पत्रों में अपील भी प्रकाशित कराई गई। पुलिस की दलील को स्वीकारते हुए कोर्ट ने तीनों आरोपितों को भगोड़ा घोषित कर दिया।

पुलिस टीम पर बदमाश के दोस्तों ने किया हमला, पांच गिरफ्तार

इधर, बिंदापुर थाना क्षेत्र में एक तड़ीपार बदमाश आशुतोष को पकड़ने गई पुलिस टीम पर उसके दोस्तों व स्वजन ने हमला कर दिया। मौके का फायदा उठाकर आशुतोष वहां से फरार हो गया। पुलिस ने मारपीट करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज कर पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपितों में अंकुश अरोड़ा, राहुल, सिवान गुप्ता, विजय कुमार और अमित कुमार शामिल हैं। पुलिस इनके खिलाफ सरकारी काम में बाधा पहुंचाने और मारपीट का मामला दर्ज कर जांच कर रही है।

आशुतोष को पुलिस ने दो साल के लिए तड़ीपार किया था। जानकारी के मुताबिक बिंदापुर थाने में तैनात एएसआइ बहादुर सिंह को सूचना मिली कि शुक्रवार को आशुतोष अपने घर वाणी विहार आने वाला है। रात में पुलिस टीम बदमाश की गिरफ्तारी के लिए उसके घर पर पहुंची। इस दौरान आशुतोष अपने घर में पार्टी कर रहा था। मौका देखते ही पुलिस ने घर को घेर लिया और दरवाजा खटखटाया। दरवाजा खोलने के बाद आशुतोष के दोस्त व स्वजन पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट करने लगे। इसी दौरान मौका पाकर आशुतोष फरार हो गया। घटना की जानकारी मिलने पर अन्य पुलिसकर्मी भी वहां पहुंच गए और आशुतोष के पांच दोस्तों को गिरफ्तार किया।

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