Delhi Violence: दंगे से पहले जाकिर नाइक से मिला था खालिद सैफी
इंडिया अगेंस्ट हेट संगठन के खालिद सैफी ने सिंगापुर सहित मध्य पूर्व के एक देश से धन जुटाया था। यही नहीं दंगे से दो महीना पहले आस्ट्रेलिया में जाकिर नाइक से भी उसने मीटिंग की थी।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। नागरिकता संशोधन कानून के नाम पर दंगा कराने की साजिश कई महीने पहले रची गई थी। इसके लिए इंडिया अगेंस्ट हेट संगठन के खालिद सैफी ने सिंगापुर सहित मध्य पूर्व (मिडिल ईस्ट) के एक देश से धन जुटाया था। यही नहीं, दंगे से दो महीना पहले आस्ट्रेलिया में जाकिर नाइक से भी उसने मुलाकात की थी। इस मामले की जांच स्पेशल सेल कर रही है, इसमें इंटिलेजेंस ब्यूरो (आइबी) भी मदद कर रहा है।
राजधानी में सबसे पहले यहां शुरू हुआ था दंगा
राजधानी में सबसे पहले जामिया नगर, शाहीनबाग, एनएफसी, जेएनयू और दरियागंज में दंगे हुए थे। इसके बाद 23 से 26 फरवरी तक उत्तर-पूर्वी दिल्ली हिंसा की आग में झुलसती रही थी। सूत्रों के मुताबिक जांच में पता चला है कि खालिद सैफी धन जुटाने के लिए आस्ट्रेलिया में जाकिर नाइक के पास गया था। इसके बाद नाइक ने उसे सिंगापुर भेज दिया था। यहां एक एनआरआइ ने खालिद के एनजीओ के माध्यम से लाखों रुपये दिया।
एनजीओ के माध्यम से मिला पैसा
इस एनजीओ में मेरठ का एक व्यक्ति भी शामिल है। कोरोना की वजह से वह अभी क्वारंटाइन में है और उसके स्वस्थ होते ही पूछताछ की जाएगी। फिलहाल, खालिद के दस्तावेजों को खंगाला जा रहा है। उसके पासपोर्ट की जांच करने के बाद हुई पूछताछ में यह जानकारी मिली है। यही नहीं मिडिल ईस्ट के एक देश में रहने वाले एनआरआइ ने भी खालिद को लाखों रुपये दिए हैं। इसका प्रयोग सीएए व एनआरसी विरोधी धरना प्रदर्शन और दंगा भड़काने के लिए किया गया।
18 संगठनों के 50 लोगों को सौंपी गई थी जिम्मेदारी
जांच से पता चला है कि 15 दिसंबर को जामिया में प्रदर्शन के दो दिन बाद ही जामिया कॉआर्डिनेशन कमेटी गठित की गई थी। इसमें पिंजरा तोड़, इंडिया अगेंस्ट हेट, पीएफआइ आदि करीब 18 संगठनों के 50 लोग शामिल थे। इन्हें अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इसमें शरजील इमाम की सबसे अहम भूमिका थी। उसी ने शाहीनबाग में समुदाय विशेष के लोगों को धरने पर बैठाया था। इन लोगों से कहा गया था कि वह देशभर में मुस्लिम समुदाय को यह बताएं कि उन पर सीएए के जरिये अत्याचार किए जाने की तैयारी है। साजिश में शामिल कुछ आरोपितों पर स्पेशल सेल देशद्रोह व अन्य पर यूएपीए लगा चुकी है। यूएपीए के तहत 14 आरोपितों को सेल गिरफ्तार कर चुकी है।