Delhi Unlock Guideline: दुकानदारों के लिए जारी हो रहा सर्कुलर, कनाट प्लेस में नहीं लगेगी रेहड़ी, जानें अन्य डिटेल
फेडरेशन आफ सदर बाजार ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश यादव ने कहा कि सरकार का यह फैसला स्वागत योग्य है। लेकिन इससे दुकानदारों की जिम्मेदारियां बढ़ जाती है कि वे बाजार में भीड़ बढ़ने पर कोरोना को लेकर सरकार के दिशानिर्देशों के पालन में गंभीरता दिखाए।
नई दिल्ली [नेमिष हेमंत]। Delhi Unlock Guideline for Shopkeepers: दिल्ली सरकार द्वारा तीसरे अनलाक की घोषणा करते हुए बाजारों को आड-इवेन फार्मूले से मुक्ति दी है। इसके साथ ही कुछ शर्तों के साथ रेस्त्रां में खाना परोसने की भी मंजूरी दे दी है। सैलून भी सोमवार से खुल जाएंगे। इसका दिल्ली के व्यापारियों ने स्वागत तो किया है। पर बाजार संगठन बाजारों में कारोबारी गतिविधियां सामान्य होने की स्थिति में कोरोना के प्रसार की आशंका से चिंतित हैं। इसलिए वे इस मामले में दुकानदारों के लिए सर्कुलर निकालने के साथ जिला प्रशासन व दिल्ली पुलिस से भी सहयोग की अपील कर रहे हैं।
सरकार का फैसला स्वागत योग्य अब दुकानदारों की बढ़ी जिम्मेदारी
फेडरेशन आफ सदर बाजार ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश यादव ने कहा कि सरकार का यह फैसला स्वागत योग्य है, लेकिन इसके साथ ही दुकानदारों की जिम्मेदारियां और बढ़ जाती है कि वे बाजारों में भीड़ बढ़ने पर कोरोना को लेकर सरकार के दिशानिर्देशों के पालन में गंभीरता दिखाए। हर कोई मास्क पहने। शारीरिक दूरी हो। साथ ही हर दुकान पर सैनिटाइजेशन की व्यवस्था हो। वैसे, कोरोना से जुड़ी व्यवस्थाओं को देखते हुए सदर बाजार में 25 लोगों की टीम सक्रिय है जो यह सभी इंतजाम देख रहे हैं।
कनाट प्लेस में नहीं लगेगी किसी प्रकार की रेहड़ी
नई दिल्ली ट्रेडर्स एसाेसिएशन (एनडीटीए) के अध्यक्ष अतुल भार्गव ने प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि कनाट प्लेस में किसी भी प्रकार से अवैध रेहड़ी पटरी वालों को बैठने की अनुमति न मिले। इसी तरह नियमित रेहड़ी पटरी वालों को लेकर सख्त नियम बनाए जाएं, ताकि आगे भीड़-भाड़ की स्थिति में काेरोना के प्रसार को नियंत्रण में रखा जा सके।
कामगारों में टीकाकरण की उपेक्षा कर रही चिंतित
बाजार खुलने के साथ दूसरे राज्यों से वापस लौट रहे कामगार बाजारों की चिंता बढ़ा रहे हैं, क्योंकि इनमें टीकाकरण न के बराबर है। चर्च मिशन रोड स्थित क्लाथ मार्केट के अध्यक्ष गोपाल गर्ग ने बताया कि उनके यहां अब तक 211 कामगार लौटे हैं, जो मुख्य रूप से पल्लेदारी का काम करते हैं और दुकानों के बाहर ही सोते हैं। उनका सर्वे करने पर पता चला कि मात्र तीन को ही टीका लगा हुआ है। इसके पीछे टीके को लेकर नकारात्मक भ्रांतियों के साथ गांवों तक टीकाकरण अभियान का न पहुंचना है। हालांकि, कोरोना टेस्ट में सभी की रिपोर्ट नकारात्मक आई है तो भी टीकाकरण न होना आगे बाजारों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। इसलिए इनके टीकाकरण के लिए विशेष कैंप लगाने की योजना तैयार की जा रही है। इसमें सरकार की मदद ली जाएगी।
रेस्तरां संचालकों को मिलेगी राहत
दिल्ली रेस्टोरेंट एंड बार एसोसिएशन के अध्यक्ष दिनेश अरोड़ा ने सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि इससे आर्थिक दिक्कतों से गुजर रहे रेस्तरां संचालकों को राहत मिलेगी। वह 50 फीसद ग्राहकों को बैठाने की व्यवस्था के साथ रेस्तरां में खाना परोस सकेंगे। अभी तक उन्हें पैकेट बंद खाना बेचने या घर खाना पहुंचाने की ही अनुमति थी, लेकिन दिल्ली भर में मौजूद 550 से अधिक बार एंड लाउंज को इससे बाहर रखना समझ से परे हैं, जो इस उद्योग का 20 फीसद है। उन्होंने कहा कि हम अपने बार एंड लाउंज को खोलने से पहले अनलाक के चौथे चरण का इंतजार करेंगे। बार एंड लाउंज में खाने-पीने के साथ शराब भी परोसा जाता है। दरियागंज के एक रेस्तरां संचालक दानिश इकबाल ने बताया कि सरकार के फैसला लेने के बाद से रेस्तरां में जरूरी इंतजाम किए जा रहे हैं। सैनिटाइजेशन किया जा रहा है।