दिल्ली दंगा : मां ने वापस ली जमानत तो बेटे को जाना पड़ा जेल

कस्तूरी ने कोर्ट से कहा कि उनके बेटे को हिरासत में ले लिया जाए। वह उसकी जमानत वापस लेना चाहती हैं। कस्तूरी ने कोर्ट को बताया कि बेटा मनमर्जी करने लगा है। बेटे पर नियंत्रण न होने के कारण वह ऐसा कर रही हैं।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 07:45 AM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 07:45 AM (IST)
दिल्ली दंगा : मां ने वापस ली जमानत तो बेटे को जाना पड़ा जेल
मां ने कोर्ट में कहा कि वह अपने बेटे की जमानती नहीं रहना चाहती।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली दंगे के एक मामले में शनिवार को आरोपित की मां ने कोर्ट में कहा कि वह अपने बेटे की जमानती नहीं रहना चाहती। उसे हिरासत में ले लिया जाए। मां ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि बेटे पर अब उनका नियंत्रण नहीं रहा है। वह उनकी एक बात नहीं सुनता। इस पर कोर्ट ने उन्हें मनाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं मानीं। इस पर आरोपित को हिरासत में ले लिया गया। गत वर्ष उत्तर पूर्वी दिल्ली में सांप्रदायिक दंगे हुए थे। उस दौरान गोकलपुरी इलाके में हुई चोरी और आगजनी की घटना के एक मामले में आरोपित दीपक समेत तीन को गिरफ्तार किया गया था। इसमें आरोपित दीपक को जमानत मिल चुकी थी। उसकी मां कस्तूरी जमानती बनी थीं।

शनिवार को इस मामले में अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश विनोद यादव के कोर्ट में सुनवाई हुई। कस्तूरी ने कोर्ट से कहा कि उनके बेटे को हिरासत में ले लिया जाए। वह उसकी जमानत वापस लेना चाहती हैं। कस्तूरी ने कोर्ट को बताया कि बेटा मनमर्जी करने लगा है। बेटे पर नियंत्रण न होने के कारण वह ऐसा कर रही हैं। इस पर कोर्ट ने कस्तूरी को मनाने का प्रयास किया कि दीपक को सुधार का एक मौका दे दिया जाए, लेकिन वह नहीं मानीं।

कोर्ट ने आरोपित दीपक से पूछा किया क्या उसके पास कोई और जमानती है। आरोपित ने कहा कि वह इस अवस्था में नहीं है कि दूसरे जमानती की व्यवस्था कर पाए। इस पर कोर्ट के आदेश पर आरोपित को हिरासत में ले लिया गया। इस मामले की सुनवाई में आरोपित प्रिंस पेश नहीं हुआ था।

एसएचओ और जांच अधिकारी नहीं दे सके जवाब

इस मामले की पुलिस फाइल को खस्ताहाल में देख कर कोर्ट ने नाराजगी जताई। इस फाइल को देख कर कोर्ट ने एसएचओ गोकलपुरी और जांच अधिकारी से कुछ सवाल पूछे। वह उसका जवाब नहीं दे सके।

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