Delhi riots : कड़कड़डूमा कोर्ट ने कहा कुछ आरोपितों के मोबाइल से निकली अश्लील वीडियो, जो नहीं दिए जा सकते
Delhi riots दिल्ली दंगे की साजिश के मामले में सुनवाई के दौरान बृहस्पतिवार को कड़कड़डूमा कोर्ट ने कहा कि कई आरोपितों के मोबाइल से जुटाई गई सामग्री में उनकी निजी तस्वीरें और कुछ अश्लील वीडियो हैं। जो इस मामले से जुड़े अन्य आरोपितों को मुहैया नहीं कराए जा सके।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। Delhi riots : दिल्ली दंगे की साजिश के मामले में सुनवाई के दौरान बृहस्पतिवार को कड़कड़डूमा कोर्ट ने कहा कि कई आरोपितों के मोबाइल से जुटाई गई सामग्री में उनकी निजी तस्वीरें और कुछ अश्लील वीडियो हैं। जो इस मामले से जुड़े अन्य आरोपितों को मुहैया नहीं कराए जा सके। उनकी निजता का ख्याल रखते हुए ऐसा करना जरूरी है।
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश अमिताभ रावत ने इस मामले में मुख्य आरोपित एवं आप के पार्षद रहे ताहिर हुसैन, जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद, जेएनयू छात्र शरजील इमाम, पूर्व पार्षद इशरत जहां समेत 13 आरोपितों की न्यायिक हिरासत बढ़ाते हुए सुनवाई की अगली तारीख 23 नवंबर तय की है। वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये हुई सुनवाई में कोर्ट ने कहा कि आरोपित दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 207 के तहत केस से जुड़े दस्तावेज, तस्वीरें, वीडियो मांगने के लिए आवेदन करते वक्त ख्याल रखें कि उससे किसी सह आरोपित की निजता प्रभावित न हो रही हो।
यह भी कहा कि कुछ आरोपितों की तरफ से ऐसे आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिस पर अभियोजन पक्ष ने आपत्ति जताई है। कोर्ट ने कहा कि अभियोजन पक्ष ने उन्हें कुछ तस्वीरें और विवरण दिखाए जो आरोपितों के मोबाइल फोन में मिली सामग्री का एक नमूना है। उनमें कुछ अश्लील वीडियो हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि आरोपितों ने ये खुद बनाए हैं। हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि सब कुछ अश्लील नहीं है।
आरोपितों की कुछ व्यक्तिगत तस्वीरें भी हैं। बता दें कि दंगे में नाम आने के बाद ताहिर हुसैन को आप ने निलंबित कर दिया था। इस मामले में आरोपित पिंजरा तोड़ संगठन की सदस्य देवांगना कलीता, नताशा नरवाल, जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्र आसिफ इकबाल तन्हा समेत पांच आरोपित जमानत पर भी हैं ।
सुनवाई से पहले इशारों में बात: इस मामले में सुनवाई शुरू होने से पहले वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े आरोपितों ने मौखिक रूप से तो नहीं, लेकिन इशारों में एक-दूसरे से बात की। कुछ आरोपितों के स्वजन ने उनको देखा। एक बच्चे ने तो अपने पिता के लिए हाथ से हृदय बनाकर दिल की भावना जाहिर की। कुछ के तो आंसू तक निकल आए।