Delhi: फरवरी में मिला 1982.18 करोड़ रुपये का राजस्व, जनवरी की अपेक्षा 30 फीसद की वृद्धि
कोरोना के चलते आर्थिक तंगी से जूझ रही दिल्ली सरकार को कुछ राहत मिलती नजर आ रही है। Delhi जनवरी के बाद फरवरी में भी राजस्व वसूली के आंकड़े उत्साहजनक रहे हैं। इस माह जीएसटी और वैट से दिल्ली सरकार के खजाने में 1982.18 करोड़ रुपये आए हैं।
वी.के.शुक्ला, नई दिल्ली। कोरोना के चलते आर्थिक तंगी से जूझ रही दिल्ली सरकार को कुछ राहत मिलती नजर आ रही है। चालू वित्त वर्ष में जनवरी के बाद फरवरी में भी राजस्व वसूली के आंकड़े उत्साहजनक रहे हैं। इस माह जीएसटी और वैट से दिल्ली सरकार के खजाने में 1982.18 करोड़ रुपये आए हैं। इसमें एसजीएसटी से 892.48 करोड़, आइजीएसटी सेटलमेंट से 606.23 करोड़ और वैट से 483.29 करोड़ मिले हैं।
साल की चौथी तिमाही में जनवरी के बाद फरवरी में भी कर वसूली दो हजार करोड़ के करीब पहुंची है। जनवरी को अगर अलग कर दें तो यह वृद्धि पिछले महीनों की अपेक्षा 30 फीसद अधिक है। व्यापार एवं कर विभाग को मार्च में भी बेहतर राजस्व वसूली की उम्मीद है। कोरोना काल में सरकार को रेवेन्यू मिलने में काफी समस्या आई है अब वो उसको कवर करना चाह रही है। कारोबार अपनी पुरानी गति से वापस चलना शुरू हो रहे हैं। इससे सरकार को उम्मीद है कि आने वाले कुछ महीनों में इसमें बढ़ोतरी होगी।
विभाग के अनुसार अप्रैल से अभी तक कुल 25,500 करोड़ का राजस्व मिल चुका है। इसमें 4,900 करोड़ ऋण है और 3,100 करोड़ जीएसटी क्षतिपूर्ति है। विभाग का प्रयास है कि अधिक से अधिक राजस्व एकत्रित किया जा सके, जिससे आगामी वित्त वर्ष में विकास की योजनाओं पर तेजी से काम किया जा सके। इसे देखते हुए इस वित्तीय वर्ष के अंतिम माह में राजस्व वसूली के लिए विभाग ने रणनीति बनाई है। इसके तहत कर दाताओं को संदेश भेजकर कर जमा करने के लिए जागरूक किया जा रहा है।
समय से रिटर्न फाइल करने के लिए उन्हें फोन भी किए जा रहे हैं। वहीं डिफाल्टरों को नोटिस भेजा जा रहा है। मार्केट एसोसिएशन के साथ भी बैठक की जा रही है। पिछले वित्तीय वर्ष की अपेक्षा इस बार फरवरी तक राजस्व वसूली करीब 5,500 करोड़ रुपये कम हुई है।