Delhi Coronavirus Case: दिल्ली में कोरोना से 240 मरीजों की मौत, संक्रमण दर में आई कमी
दिल्ली सरकार द्वारा जारी कोरोना रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली के अस्पतालों में 15215 मरीजों का इलाज चल रहा है। जबकि रविवार को यह संख्या 13887 थी। कोविड केयर सेंटर में 546 जबकि कोविड हेल्थ सेंटर में 103 लोगों का इलाज चल रहा है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। राजधानी दिल्ली में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 23,686 मामले सामने आए हैं। संक्रमण की दर में तीन फीसद से अधिक की गिरावट दर्ज की गई है। रविवार को संक्रमण दर 29.74 थी जो सोमवार को 26.12 फीसद पर पहुंच गई। हालांकि मौत के आंकड़ों ने चिंता बढ़ा दी है। विगत 24 घंटे में 240 लोगों की कोरोना से मौत हुई है। महामारी की शुरुआत से लेकर अब तक एक दिन में इतने लोगों की मौत नहीं हुई है। दिल्ली में सक्रिय मामलों की संख्या 76,887 पहुंच गई है।
अस्पतालों में 15 हजार से अधिक मरीज
दिल्ली सरकार द्वारा जारी कोरोना रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली के अस्पतालों में 15,215 मरीजों का इलाज चल रहा है। जबकि रविवार को यह संख्या 13,887 थी। कोविड केयर सेंटर में 546 जबकि कोविड हेल्थ सेंटर में 103 लोगों का इलाज चल रहा है। होम आइसोलेशन में में इस समय 37,337 लोगों का इलाज चल रहा है। जबकि रविवार को जारी रिपोर्ट में यह संख्या 34,938 थी।
टेस्ट की संख्या बढ़ी
कुल टेस्ट -90,696
आरटीपीसीआर-68,778
रैपिड एंटीजन- 91885
कम हुआ टीका करण
कुल टीकाकरण-48,088
पहली डोज-40,645
दूसरी डोज-7,443
67,448 लोगों का रविवार को टीकाकरण हुआ था
टीका लगवाने के बाद संक्रमित हुए स्वास्थ्य कर्मचारी
पश्चिमी दिल्ली में कोरोना संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों के बाद टीका लगवाने की लोगों में होड़ मची हुई है। पर दूसरी ही तरफ टीका लगवा चुके लोग भी अब धड़ल्ले से कोरोना संक्रमण की चपेट में आ रहे है, जिसके कारण लोगों में डर का माहौल है। लोगों के बीच यह विषय गंभीर चर्चा का विषय बन चुका है। लोग टीका लगवाने से पूर्व चिकित्सीय परामर्श पर जोर दे रहे है। आंकड़ों की मानें तो खेरा डाबर स्थित चौ. ब्रह्म प्रकाश आयुर्वेदिक चरक संस्थान में 500 कर्मचारी अपना टीकाकरण करवा चुके है। उनमें से छह कर्मचारी ऐसे है जिन्हें कोरोना ने चपेट में ले लिया है।
हालांकि राहत की बात यह है कि उनमें गंभीर लक्षण नहीं है। सभी अपने घरों में आइसोलेट है। डाबड़ी स्थित दादा देव मातृ एवं शिशु चिकित्सालय के वरिष्ठ चिकित्सक का कहना है कि उन्हें टीके का पहला डोज लग चुका है, दूसरा डोज 23 अप्रैल को लगना था। पर इस बीच ही कोरोना संक्रमण ने उन्हें और उनके पति को अपनी चपेट में ले लिया है। वे एक सप्ताह कोविड अस्पताल में भर्ती होकर आई हैं और फिलहाल होम आइसोलेशन में है।