जाम से बचाने के लिए बनाया गया था पुलप्रहलादपुर अंडरपास, एनसीआर के लाखों यात्रियों के लिए बना नासूर
दिल्ली में एमबी रोड पर वाहन चालकों को जाम से बचाने के लिए जिस पुलप्रहलादपुर अंडरपास को बनाया गया था आज वही अंडरपास एनसीआर के यात्रियों के लिए मुसीबत बना हुआ है। इससे लाखों लोग परेशान हो रहे हैं।
नई दिल्ली [अरविंद कुमार द्विवेदी]। एमबी रोड पर वाहन चालकों को जाम से बचाने के लिए जिस पुलप्रहलादपुर अंडरपास को बनाया गया था, आज वही अंडरपास एनसीआर के यात्रियों के लिए मुसीबत बना हुआ है। जरा सी बारिश में ही इस अंडरपास में तीन फीट तक पानी भर जाता है। हर बारिश के बाद यह अंडरपास चार-पांच दिन के लिए बंद हो जाता है। मंगलवार को हुई बारिश के बाद से ही यह अंडरपास एक बार फिर बंद कर दिया गया है। इससे लाखों लोग परेशान हो रहे हैं।
हादसे से बचने के लिए नाव व गोताखोर तैनात
इस अंडरपास के हालात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यहां पर एक नाव व गोताखोर को तैनात किया गया है ताकि कोई अनहोनी घटना न हो सके। दरअसल, जुलाई में इस पानी में डूबकर एक युवक की मौत हो गई थी। इसलिए एहतियात के तौर पर पुलिस ने अंडरपास के दोनों ओर बैरिकेड व जंजीर लगाकर मार्ग को पूरी तरह से बंद कर दिया है। अब हालत यह है कि लोगों को पांच किलोमीटर अतिरिक्त मार्ग तय करके आना-जाना पड़ रहा है।
यह मार्ग बंद होने के कारण बदरपुर, कालिंदी कुंज, फरीदाबाद, नोएडा, महरौली, साकेत, सूरजकुंड, पुलप्रहलादपुर, जैतपुर, मोलड़बंद आदि इलाकों के लाखों लोगों को आने-जाने के लिए वैकल्पिक मार्ग का इस्तेमाल करना पड़ रहा है। एमबी रोड से यातायात डायवर्ट होने के कारण अब मां आनंदमयी मार्ग, मथुरा रोड व सरिता विहार अंडरपास वाले मार्ग पर यातायात का अतिरिक्त दबाव पड़ रहा है, जिससे इन मार्गों पर भयंकर जाम लग रहा है।
अंडरपास में इसलिए भरता है पानी
पुलप्रहलादपुर अंडरपास के दोनों ओर ऊंचाई पर बसी दो कालोनियों का पानी भी इसमें गिरने लगता है, जिससे यह पूरी तरह से भर जाता है। साकेत से लेकर बदरपुर तक जाने वाली सीवर लाइन व बदरपुर फ्लाईओवर का पानी भी इसमें ही आता है। यहां पर सीवर लाइन का मेनहोल है जो बारिश के दौरान ओवरफ्लो हो जाता है। इससे ज्यादा प्रेशर से पानी निकलता है।
तुगलकाबाद से विधायक सहीराम पहलवान ने बताया कि अंडरपास से पानी निकालने के लिए यहां पर 500 एचपी का एक पंपहाउस है। 500 एचपी का एक और पंपहाउस बनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि दिल्ली जल बोर्ड से इस बारे में बात की गई है। सीवर लाइन का ओखला के पास पानी का प्रेशर कम किया गया जाएगा। जल बोर्ड के अधिकारी इस पर काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि अगले मानसून में यहां पर पानी न भरे, इसके लिए पीडब्ल्यूडी व जल बोर्ड साथ मिलकर काम कर रहे हैं।