Kisan Andolan: सिंघु बार्डर से दिल्ली में अचानक घुसे बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी निहंग, गुरुद्वारे लेकर गई पुलिस

Kisan Andolan सिंघु बार्डर से करीब 100 कृषि कानून विरोधी प्रदर्शनकारी गुरुवार दोपहर अपनी गाड़ियों में सवार होकर अचानक सिंघु गांव से होते हुए दिल्ली में घुस गए। निहंगों के दिल्ली में घुसने की जानकारी मिली तो पुलिस ने आनन-फानन में बड़ी मशक्कत के बाद उन्हें मुकरबा चौक पर रोका।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Thu, 02 Dec 2021 03:34 PM (IST) Updated:Thu, 02 Dec 2021 04:55 PM (IST)
Kisan Andolan: सिंघु बार्डर से दिल्ली में अचानक घुसे बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी निहंग, गुरुद्वारे लेकर गई पुलिस
निहंगों को पुलिस ले जा रही है बंगला साहिब गुरुद्वारा

नई दिल्ली [सोनू राणा]। Kisan Andolan: कुंडली बार्डर से गुरुवार दोपहर दर्जनों कृषि कानून विरोधी प्रदर्शनकारी अचानक राजधानी दिल्ली में घुस गए। पुलिस ने जब उनसे भारी संख्या में दिल्ली की सड़कों पर पहुंचने का कारण पूछा तो उन्होंने बताया कि तीनों कृषि कानूनों के रद होने की खुशी में वह दिल्ली के गुरुद्वारे में मत्था टेकने जा रहे हैं। इसके बाद पुलिस उन्हें बसों में बैठाकर गुरुद्वारा बंगला साहिब लेकर गई। प्रदर्शनकारियों में ज्यादातर संख्या निहंगों की रही।

यहां से जाने के बाद गुरुद्वारा बंगला साहिब में निहंग प्रदर्शनकारियों ने अरदास किया। निहंगों ने कहा कि तीन कृषि कानून रद्द होने के बाद वे यहां अरदास के लिए आए हैं।

मिली जानकारी के अनुसार, कुंडली बार्डर (सिंघु बार्डर) से करीब 100 कृषि कानून विरोधी प्रदर्शनकारी गुरुवार दोपहर अपनी गाड़ियों में सवार होकर अचानक सिंघु गांव से होते हुए दिल्ली में घुस गए। पुलिस को जब डेढ़ दर्जन से ज्यादा गाड़ियों में सवार होकर निहंगों के दिल्ली में घुसने की जानकारी मिली तो पुलिस ने आनन-फानन में बड़ी मशक्कत के बाद बैरिकेड लगाकर उन्हें मुकरबा चौक पर रोक लिया।

पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों को काफी समझाने की कोशिश की, लेकिन वह गुरुद्वारा जाने की जिद पर अड़े रहे। इसके बाद इसकी जानकारी आला अधिकारियों को दी गई। तुरंत आसपास के थानों से पुलिस बल को मौके पर बुलाकर तैनात किया गया। अद्धसैनिक बलों के जवानों को भी बुलाया गया।

उत्तर-पश्चिमी जिला पुलिस उपायुक्त ऊषा रंगनानी व बाहरी-उत्तरी जिला पुलिस उपायुक्त बृजेंद्र यादव ने मौके पर पहुंचकर प्रदर्शनकारियों को काफी समझाने की कोशिश की। करीब एक घंटे तक पुलिस अधिकारियों व प्रदर्शनकारियों के बीच चली बातचीत के बाद निहंगों को तीन बस में बैठाकर नई दिल्ली में गोल डाकखाना के पास स्थित बंगला साहिब गुरुद्वारे दर्शन करने जाने की अनुमति दे दी। उनसे आश्वासन लिया गया कि वो गुरुद्वारे के अलावा कहीं न जाएंगे। अगर कानून व्यवस्था पर किसी भी प्रकार का असर पड़ा तो जिम्मेदारी उनकी ही होगी।

इसके बाद सभी प्रदर्शनकारियों का नाम, पता नोट कर उन्हें चार बसों में बैठाकर पुलिस एस्कार्ट कर गुरुद्वारे लेकर गई।बसों में पुलिस के जवान भी मौजूद थे। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के सभी वाहनों को मुकरबा चौक पर ही खड़ा करवा दिया।

लोगों को याद आया 26 जनवरी का भयावह मंजर

प्रदर्शनकारियों में ज्यादातर निहंग थे। उन्हें देखकर सडक़ पर लोगों में एक बार फिर से दहशत का माहौल बन गया। लोगों की आंखों की सामने 26 जनवरी की भयावह तस्वीरें सामने आने लगी थी। हालांकि इस वक्त निहंगों की संख्या ज्यादा नहीं थी।फिर भी लोग किसी न तरह से वहां से निकलना चाह रहे थे। लेकिन लंबे जाम की वजह से वह निकल नहीं पा रहे थे।

सिंघु बार्डर से लेकर मुकरबा चौक तक जाम लग गया था। वहीं जहांगीरपुरी से लेकर अलीपुर तक भी जाम लग गया।करीब दो घंटे तक लोग जाम में फंसे रहे।

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