'मतदान नहीं करने पर देना होगा 350 फाइन' अफवाह को लेकर दिल्ली पुलिस ने शुरू की जांच

मतदान नहीं करने पर 350 रुपये का फाइन देना होगा और यह रकम शख्स के बैंक खाते से निकाली जाएगी पिछले कई महानों से इंटरनेट मीडिया पर वायरल इस खबर को लेकर दिल्ली पुलिस ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए जांच शुरू कर दी है।

By Jp YadavEdited By: Publish:Mon, 06 Dec 2021 10:46 AM (IST) Updated:Mon, 06 Dec 2021 11:05 AM (IST)
'मतदान नहीं करने पर देना होगा 350 फाइन' अफवाह को लेकर दिल्ली पुलिस ने शुरू की जांच
'मतदान नहीं करने पर देना होगा 350 फाइन' अफवाह को लेकर दिल्ली पुलिस ने शुरू की जांच

नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क।  'मतदान नहीं करने पर 350 रुपये का फाइन देना होगा और यह रकम शख्स के बैंक खाते से निकाली जाएगी' पिछले कई महानों से इंटरनेट मीडिया पर वायरल इस खबर को लेकर दिल्ली पुलिस ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए जांच शुरू कर दी है। दिल्ली पुलिस की मानें तो मतदान नहीं करने पर 350 रुपये के जुर्माने की अफवाह की जांच शुरू की गई है। 

दिल्ली पुलिस के मुताबिक, पिछले काफी समय से इंटरनेट मीडिया पर यह खबर कुछ देर तक वायरलल हो रही है, जिसमें चुनाव आयोग के हवाले से कहा गया कि वोट नहीं डालने पर लोगों के बैंक खाते से 350 रुपये काट लिए जाएंगे। हालांकि, इस बाबत चुनाव आयोग की ओर से इसका खंडन करने के साथ स्पष्टीकरण भी दिया जा चुका है, बावजूद इसके यह अफवाह जारी है। कुछ शरारती किस्म के लोग इस तरह की सूचना धड़ल्ले से इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि बार-बार के स्पष्टीकरण के बावजूद इस तरह की अफवाह नहीं रुकी, तो अब दिल्ली पुलिस ने मामला दर्ज किया है। इसके बाद मामले को इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रेटेजिक ऑपरेशंस (आईएफएसओ) यूनिट को सौंप दिया गया, जिसके बाद जांच जारी है।  दिल्ली पुलिस की मानें तो वायरल फर्जी खबर को लेकर दिल्ली पुलिस ने रविवार को मामले की जांच शुरू की।

गौरतलब है कि इंटरनेट मीडिया पर चुनाव में मतदान नहीं करने पर बैंक खाते से पैसे कटने संबंधी लंबे समय चल रहे फर्जी संदेश को लेकर भारत निर्वाचन आयोग ने दिल्ली पुलिस के साइबर सेल में शिकायत की थी, इसके बाद रविवार को सेल ने धारा 171-जी (चुनाव के संबंध में झूठा बयान) की धारा के तहत अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। 

इंटरनेट मीडिया से भी मांगा जाएगा जवाब

साइबर सेल अब जल्द इंटरनेट मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मों के अधिकारियों से उक्त फर्जी संदेश प्रसारित करने वाले व्यक्तियों के बारे में जानकारी मांगेगी। चुनाव आयोग ने सेल से अनुरोध किया है कि आरोपितों को गिरफ्तार करने के बाद उन्हें उसकी सूचना दे।

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