दिल्ली पुलिस ने गूगल को जारी किया नोटिस, प्ले स्टोर से पावर बैंक ऐप हटाने के लिए कहा

चाइनीज ऐप के जरिये देशभर के करीब पांच लाख लोगों से 150 करोड़ से अधिक की ठगी के मामले में दिल्ली पुलिस ने गूगल को नोटिस जारी कर प्ले स्टोर से चाइनीज ऐप पावर बैंक को तुरंत हटाने को कहा है।

By Jp YadavEdited By: Publish:Fri, 25 Jun 2021 11:21 AM (IST) Updated:Fri, 25 Jun 2021 11:21 AM (IST)
दिल्ली पुलिस ने गूगल को जारी किया नोटिस, प्ले स्टोर से पावर बैंक ऐप हटाने के लिए कहा
दिल्ली पुलिस ने गूगल को जारी किया नोटिस, प्ले स्टोर से पावर बैंक ऐप हटाने के लिए कहा

नई दिल्ली [राकेश कुमार सिंह]। चाइनीज ऐप के जरिये देशभर के करीब पांच लाख लोगों से 150 करोड़ से अधिक की ठगी के मामले में दिल्ली पुलिस ने गूगल को नोटिस जारी कर प्ले स्टोर से चाइनीज ऐप पावर बैंक को तुरंत हटाने को कहा है। इसी ऐप व ईजी प्लान वेबसाइट के जरिये गत तीन महीने के दौरान बड़ी संख्या में भारतीयों को शिकार बनाया गया। चीन में बैठे कुछ चाइनीज मास्टमाइंड ने भारत में ठहरे सात चाइनीज व 20 से ज्यादा भारतीय नागरिकों के जरिये लोगों को अधिक मुनाफा कमाने का लालच देकर ठगी का ताना बाना बुना था।

इंटरनेट मीडिया पर पैनी नजर रखने के कारण साइबर सेल को समय रहते इसकी जानकारी मिल गई। इसके बाद सेल ने केस दर्ज कर रैकेट का भंडाफोड़ किया। इस मामले में पुलिस अब तक दिल्ली-एनसीआर व पश्चिम बंगाल से 15 आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें दिल्ली व गुरुग्राम के दो चार्टर्ड एकाउंटेंट रौनक बंसल, अविक केडिया और दिल्ली की रजनी कोहली शामिल हैं।

पुलिस ने नोएडा के सेक्टर 62 से एसजी टेलीकाल के मालिक सतेंद्र ¨सह को भी गिरफ्तार किया। उसने अपने कर्मचारियों व अन्य लोगों के नाम से 27 भारतीय सिम कार्ड लेकर उसे एक्टिवेट कराने के बाद चीन में बैठे मास्टरमाइंड को भेज दिया था। वहां से कुछ सिम वापस भारत भेज दिए गए। उसी से ठगी की वारदात को अंजाम दिया जा रहा था। जिन 15 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया उनमें साजिश में शामिल लोग, फर्जी कंपनियों में बनाए गए डायरेक्टर व अन्य बिचौलिए शामिल हैं। विभिन्न बैंक खातों व पेमेंट गेटवे में फंसे 11 करोड़ रुपये पुलिस ने सीज करा दिए। अब तक पुलिस ने 25 फर्जी कंपनियों की पहचान की है। उक्त कंपनियों से जुड़े बैंक खातों का पता लगा लिया है।

पुलिस का कहना है कि जांच में कई अन्य वर्चुअल बैंक खातों के बारे में पता चला है जो क्रिप्टो एक्सचेंज से जुड़े थे। उन खातों के माध्यम से करोड़ों रुपये चीन भेजे गए। क्रिप्टो एक्सचेंज से इसके बारे में पूरा ब्योरा देने को कहा गया है। इससे पता लग सकेगा कि भारत से विदेश में कब-कब कितने पैसे कहां व किनके खाते में भेजे गए। साइबर सेल ने 100 से अधिक पीड़ितों के बयान दर्ज कर लिए हैं।

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