दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने नेताओं से पूछा, संकट में कहां से मिली दवा और ऑक्सीजन
दिल्ली हाई कोर्ट में डॉ. दीपक सिंह द्वारा दायर याचिका में बताया गया कि कोरोना संक्रमण जब चरम पर था तब कई नेताओं ने दवाइयां वितरित की थीं। इस घड़ी में जब लोगों को यह दवाइयां बाजार से नहीं मिल रही थीं उस समय नेताओं के पास कहां से पहुंचीं?
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण के चलते ऑक्सीजन और दवाओं के संकट के बीच जिन नेताओं ने मरीजों की मदद की थी। वे अब जांच के दायरे में हैं। दिल्ली हाई कोर्ट के निर्देश पर क्राइम ब्रांच ऐसे नेताओं व अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं से पूछताछ कर यह जानकारी जुटा रही है कि संकट के समय वे ऑक्सीजन और दवाएं कहां से लाए हैं। इसी कड़ी में शुक्रवार को क्राइम ब्रांच ने युवा कांग्रेस के कार्यालय पहुंचकर राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी से पूछताछ कर बयान लिया है।
मददगारों के खिलाफ रेड राज चला रही केंद्र सरकार
युवा कांग्रेस के अध्यक्ष वी. श्रीनिवास से दिल्ली पुलिस की शुक्रवार को की गई पूछताछ पर सियासत गरमा गई है। कांग्रेस ने इसे मानवता की मदद कर रहे लोगों को बेइज्जत करने का प्रयास बताते हुए इसके लिए केंद्र सरकार को सीधे जिम्मेदार ठहराया है। पार्टी ने कहा कि कोरोना के कहर से जान गंवा रहे लोगों की रक्षा का राजधर्म निभाने के बजाय केंद्र सरकार मददगारों के खिलाफ रेड राज चला रही है।
कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रमुख रणदीप सुरजेवाला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के इशारे पर पुलिस कार्रवाई का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर हाई कोर्ट की किसी पीआइएल की आड़ लेकर दिल्ली पुलिस को कुछ पूछना ही था तो पहले नोटिस जारी कर अपराध बताना चाहिए था। संकट के समय युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और श्रीनिवास ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी के आह्वान पर बड़ी मेहनत से एक-एक चीज जुटाकर लोगों की मदद की है। विदेशी दूतावासों तक ने युवा कांग्रेस से मदद मांगी।
वहीं, दूसरी तरफ क्रूर तरीके से इन मदद करने वालों का सरकार गला घोंटने का प्रयास कर रही है। सरकार चाहे मुकदमा दर्ज कर जेल में डाल दे, मगर कांग्रेस कार्यकर्ता लोगों की मदद करने से पीछे नहीं हटेंगे। सुरजेवाला ने सवाल उठाया कि कांग्रेस नेताओं की तरह भाजपा और आरएसएस के दफ्तरों में जाकर पुलिस ने उनके प्रमुख नेताओं से पूछताछ क्यों नहीं की है।