अवैध निर्माण ने ले ली दिल्ली पुलिस के SI की जान, आप ने कहा- ये हादसा नहीं हत्‍या

कांस्टेबल देबू सिंह के साथ जाकिर सौ साल पुरानी जर्जर तीन मंजिला इमारत में रहने वाले किरायेदारों का सत्यापन करने पहुंचे थे।

By Tilak RajEdited By: Publish:Thu, 13 Aug 2020 06:06 AM (IST) Updated:Thu, 13 Aug 2020 07:28 AM (IST)
अवैध निर्माण ने ले ली दिल्ली पुलिस के SI की जान, आप ने कहा- ये हादसा नहीं हत्‍या
अवैध निर्माण ने ले ली दिल्ली पुलिस के SI की जान, आप ने कहा- ये हादसा नहीं हत्‍या

नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। इमारत की दीवार गिरने से हुई एएसआइ जाकिर हुसैन की मौत के मामले में आम आदमी पार्टी (आप) ने नगर निगम उत्तरी के मेयर जयप्रकाश के खिलाफ तत्काल रिपोर्ट दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी की मांग की है। आप नेता दुर्गेश पाठक ने प्रेसवार्ता कर कहा कि यह कोई हादसा नहीं है, बल्कि हत्या है। उन्होंने आरोप लगाया कि मेयर जयप्रकाश की मिलीभगत से तीन मंजिला अवैध इमारत बनाई जा रही थी।

आम आदमी पार्टी पूरी तरह से परिवार साथ खड़ी

पाठक ने मांग की कि पुलिस इस घटना के जिम्मेदार मेयर की भूमिका की निष्पक्षता से जांच करे, क्योंकि वार्ड 80 से भाजपा के मेयर जयप्रकाश ही निगम पार्षद हैं। एसआइ जाकिर हुसैन दिल्ली की तिमारपुर विधानसभा क्षेत्र के रहने वाले थे। तिमारपुर से आम आदमी पार्टी के विधायक दिलीप पांडेय को जब खबर मिली, वह जाकिर हुसैन के परिजनों से मिलने पहुंचे। पांडेय ने परिजनों को आश्वासन दिया कि आम आदमी पार्टी पूरी तरह से परिवार साथ खड़ी है। जो भी संभव मदद होगी, वह दी जाएगी।

अगले ही क्षण छत भी भरभराकर ढह गई...

उल्‍लेखनीय है कि कांस्टेबल देबू सिंह के साथ जाकिर सौ साल पुरानी जर्जर तीन मंजिला इमारत में रहने वाले किरायेदारों का सत्यापन करने पहुंचे थे। दोनों पुलिसकर्मियों ने वहां देखा कि तीसरी मंजिल पर अवैध निर्माण कार्य चल रहा है। दोनों ऊपर गए और इस निर्माण कार्य की फोटो खींचने लगे, तभी बनाई जा रही दीवार एएसआइ जाकिर पर गिर पड़ी। इससे वह नीचे सड़क पर गिर गए। अगले ही क्षण छत भी भरभराकर ढह गई, जिससे कांस्टेबल देबू भी गंभीर रूप से घायल हो गए। लोगों ने दोनों को अरुणा आसफ अली अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों ने जाकिर हुसैन को मृत घोषित कर दिया।

मेरठ के रहनेवाले थे जाकिर

मूल रूप से मेरठ के रहने वाले जाकिर वर्ष 1993 में दिल्ली पुलिस में सिपाही के पद पर भर्ती हुए थे। इसके बाद वह हवलदार बने। दो साल पहले प्रमोशन के बाद उन्हें एएसआइ बनाया गया था। जाकिर हुसैन का परिवार वजीराबाद इलाके में रहता है। उनके परिवार में पत्नी गुलशन जहां, एक बेटी और दो बेटे हैं।

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