जो काम मानसून की रिकार्डतोड़ बारिश नहीं कर सकी, वह सर्दियों की पहली बारिश ने कर दिखाया; लाखों को मिली राहत
Clean Air in Delhi AQI history जो काम लंबे मानसून की रिकार्डतोड़ बारिश नहीं कर सकी वह सर्दियों की पहली बारिश ने कर दिखाया। दिल्ली की हवा को इस कदर प्रदूषण मुक्त कर दिया कि लोगों ने पहली बार में अक्टूबर महीने में इतनी साफ हवा में सांस ली।
नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। जो काम लंबे मानसून की रिकार्डतोड़ बारिश नहीं कर सकी, वह सर्दियों की पहली बारिश ने कर दिखाया। दिल्ली की हवा को इस कदर प्रदूषण मुक्त कर दिया कि सोमवार को राजधानी वासियों ने एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) के इतिहास में पहली अक्टूबर में इतनी साफ हवा में सांस ली। सर्दियों की दस्तक से जोड़े जाने वाले इस माह में पहली बार एयर क्वालिटी इंडेक्स 50 से नीचे 46 दर्ज किया गया है। 2021 के लगभग साढ़े नौ माह में भी पहली बार दिल्ली की हवा अच्छी श्रेणी में रही है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों पर गौर करें तो बीते पांच सालों में भी दिल्ली को ऐसे केवल नौ ही दिन मिले हैं जब एयर इंडेक्स 50 से नीचे दर्ज किया गया हो। पिछली बार अगस्त 2020 में ऐसे चार, मार्च 2020 में एक, अगस्त 2019 में दो दिन जबकि 2017 में ऐसे दो दिन मिले थे। 2018 में एक भी दिन अच्छी श्रेणी की हवा नहीं मिली।
हरियाणा, पंजाब, उप्र की हवा भी रही प्रदूषण मुक्त
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने सोमवार को 118 शहरों का एयर क्वालिटी इंडेक्स बुलेटिन जारी किया। इनमें से 58 शहरों की हवा अच्छी, 47 की संतोषजनक और 12 की मध्यम श्रेणी में दर्ज की गई। केवल अंकलेश्वर की हवा खराब श्रेणी में रही। बहुत खराब या खतरनाक श्रेणी में किसी भी शहर की हवा नहीं रही।
केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय में विशेषज्ञ समिति के सदस्य डा. दीपांकर साहा ने बताया कि बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कारण पहली बार ऐसा हुआ है जब इस मौसम में देश के ज्यादातर हिस्सों में अच्छी बारिश हो रही है। इससे वातावरण में प्रदूषक तत्व या तो बैठ गए हैं या घुल गए हैं।
बता दें कि पिछले दो दिन से दिल्ली-एनसीआर में बारिश हुई। इसकी वजह से जहां प्रदूषण के स्तर में गिरावट हुई है वहीं ठंड का एहसास भी होने लगा है।