इंदिरा पार्क में दूषित जलापूर्ति से लोग परेशान, शिकायत के बाद नहीं हो रही सुनवाई
पालम कालोनी स्थित इंदिरा पार्क में गीता भवन के पास गली नंबर-33 और 34 में बीते कई दिनों से दूषित जलापूर्ति के कारण लोग परेशान हैं। लोगों ने कई बार स्थानीय विधायक और जल बोर्ड के अधिकारियों के समक्ष अपनी परेशानियों को रखा
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। पालम कालोनी स्थित इंदिरा पार्क में गीता भवन के पास गली नंबर-33 और 34 में बीते कई दिनों से दूषित जलापूर्ति के कारण लोग परेशान हैं। लोगों ने कई बार स्थानीय विधायक और जल बोर्ड के अधिकारियों के समक्ष अपनी परेशानियों को रखा, इसके बावजूद समस्या की अभी तक कोई सुध नहीं ली गई है। मजबूरन लोगों ने पत्र लिखकर अब मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी समस्या को रखा है। लोगों के मुताबिक गर्मी में पानी की मांग ज्यादा होती है, उस अनुरूप क्षेत्र को जलापूर्ति मुहैया नहीं कराई जा रही है। अब उस पर से दूषित जलापूर्ति ने समस्या को और अधिक बढ़ा दिया है।
स्थानीय निवासी सरिता रावत ने बताया कि सुबह पांच बजे के करीब पानी आता है। कई बार शुरुआत में और कई बार बीच-बीच में एकाएक गंदा पानी आने लगता है। ऐसे में जब तक टंकी भर नहीं जाती है, पानी की आपूर्ति पर पैनी नजर रखनी पड़ती है। इसमें काफी समय बर्बाद होता है और कई बार जाने-आने ध्यान हटने पर गंदा पानी टंकी तक पहुंच जाता है। कई बार पानी इतना गंदा आता है कि टंकी में पहले से मौजूद साफ पानी भी गंदा हो जाता है और मजबूरन पानी को फेंककर टंकी की सफाई करनी पड़ती है।
इसमें पानी और समय दोनों की बर्बादी होती है। कामकाजी महिलाओं के लिए दूषित जलापूर्ति की समस्या बड़ा सिर दर्द बन गई है। उनका कहना है कि कार्यालय व घर के तनाव के बीच दूषित जलापूर्ति ने तनाव को बढ़ा दिया है। सुबह का समय वैसे ही भागदौड़ से भरा होता है, उन सब के बीच पानी पर नजर बनाएं रखना काफी मुश्किल कार्य है। कई बार पानी इतना गंदा होता है कि उससे नहाने का भी मन नहीं करता।
क्या कहते हैं विधायक व स्थानीय निवासी