Delhi News: साइंस पार्क से सुलझेगी जिंदगी की उलझनें, अगले माह हो जाएगा तैयार
अप्रैल में बनकर तैयार हो जाएगा आइआइटी दिल्ली का साइंस पार्क शोध कार्यो को मिलेगा बढ़ावा सौ कंपनियों को किराये पर जगह मिलेगी। केंद्र सरकार देश को विज्ञान व शोध के क्षेत्र में अग्रणी बनाने के लिए भरपूर प्रयास कर रही है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। केंद्र सरकार देश को विज्ञान व शोध के क्षेत्र में अग्रणी बनाने के लिए भरपूर प्रयास कर रही है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री के मुताबिक गुणवत्तापरक शोध के जरिये तकनीक जिंदगी को आसान बनाएगी। आइआइटी दिल्ली सरकार के इस विजन में अपनी भूमिका निभाने को तैयार है।
इसके लिए अप्रैल माह तक साइंस पार्क बनकर तैयार हो जाएगा। यह पार्क न केवल शोधकार्यो को बढ़ावा देने में मदद करेगा, बल्कि आआइटी दिल्ली की रैंकिंग सुधारने में भी महत्वपूर्ण साबित होगा। आइआइटी दिल्ली ने 2018 में साइंस पार्क बनाने की प्रक्रिया शुरू की। मार्च 2020 तक यह बनकर तैयार हो जाना था, लेकिन लाकडाउन के कारण इसमें देरी हो गई। अब इस साल अप्रैल में यह बनकर तैयार हो जाएगा। अभी इस पार्क का काम कंपलीट होने में एक माह का समय शेष है। इस दौरान सरकार की तरफ से अन्य तैयारियां कर ली जाएंगी।
आइआइटी दिल्ली के निदेशक प्रो. वी रामगोपाल राव कहते हैं कि रैंकिंग के नजरिये से देखें आइआइटी दिल्ली के प्रदर्शन में सुधार हुआ है। साइंस पार्क से इसमें और सुधार होगा। उन्होंने बताया कि साइंस पार्क में 100 कंपनियों को किराये पर जगह दी जाएगी। ये कंपनियां स्टार्टअप, शोध समेत तकनीक के क्षेत्र में विभिन्न प्रोजेक्ट आइआइटी के छात्रों को देंगी, जो जितने ज्यादा प्रोजेक्ट देगी, हम उसे किराये में उतनी ही रियायत देंगे।
स्वाभाविक है कि इन प्रोजेक्ट से छात्रों की प्रतिभा भी निखरेगी और शोध भी बढ़ेंगे। अब तक टीसीएस और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने साइंस पार्क में दिलचस्पी दिखाई है। इस तरह के काम होने के बाद युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने का एक और प्लेटफार्म मिल जाएगा। इससे वो अलग तरीके का काम कर पाएंगे।